ब्रेकिंग न्यूज़ – सड़क हादसे में रहस्य का साया, एक किशोर की संदिग्ध मौत से मचा हड़कंप 

रिपोर्टिंग – रुस्तम अली, विशेष संवाददाता, प्रतापगढ़

प्रतापगढ़: एक्सीडेंट या कुछ और…?


एक्सीडेंट के बाद एक किशोर का शव घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर मिला!


घायल युवक ट्रामा सेंटर से रेफर, नाबालिग की रहस्यमयी मौत पर उठे कई सवाल


क्या ये सिर्फ हादसा था या किसी साजिश की परतें हैं पीछे…?

टक्कर की आवाज़ सुनी… लेकिन अंशु की चीख कोई नहीं सुन सका?”

हादसे की जगह एक, पर शव मिला दूर – क्या मौत खुद चलकर गई?”

मोनू घायल, अंशु मृत – लेकिन जवाब किसी के पास नहीं!”

रानीगंज ट्रामा सेन्टर में घायल मोनू का इलाज़ करते

️ रहस्यमयी हादसा: एक्सीडेंट के बाद नाबालिग का शव घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर मिलने से मचा हड़कंप

अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, युवक गंभीर घायल — लेकिन किशोर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से उठे कई सवाल

प्रतापगढ़ जनपद के दिलीपपुर थाना क्षेत्र में शनिवार की शाम एक रहस्यमयी सड़क दुर्घटना ने न सिर्फ एक परिवार की खुशियों को तहस-नहस कर दिया, बल्कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सामने कई अनसुलझे सवाल भी खड़े कर दिए।

घटना सिर्फ एक सामान्य सड़क हादसा होती, अगर इसके पीछे इतनी बड़ी पहेली न छुपी होती — क्योंकि जिस नाबालिग किशोर को लोग हादसे के बाद घायल मान रहे थे, उसका शव कुछ ही घंटों बाद घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर संदिग्ध हालात में पड़ा मिला।

पूरा घटनाक्रम – एक साथ चला झटका और रहस्य का सिलसिला

रानीगंज ट्रामा सेन्टर से मेडिकल कॉलेज रेफर एम्बुलेंस से ले जाते परिजन

घटना दिलीपपुर थाना क्षेत्र के गोई गांव की है, जहां मूल रूप से हाथरस जनपद के हसायन थाना क्षेत्र के कालूपुरा गांव के निवासी बालकिशन अपने परिवार सहित किराए के मकान में रहते हैं। उनकी पत्नी, एक बेटा, एक बेटी और दामाद भी उनके साथ रहते हैं। बालकिशन और उनका परिवार फेरी का काम करता है — और जीवन-यापन के लिए रोजाना आस-पास के बाजारों में सामान बेचने जाते हैं।

उनके साथ ही मकान में कानपुर जनपद से आए कुछ अन्य फेरीवाले भी रहते हैं, जो एक तरह से उनका दूसरा परिवार बन चुके हैं।

शनिवार शाम लगभग 6:00 बजे, बालकिशन का बेटा मोनू (उम्र लगभग 20 वर्ष) और पड़ोस में रहने वाला अंशु (उम्र लगभग 14 वर्ष) साइकिल से पास के जामताली बाजार गए थे। वहां से घर लौटते वक्त, जैसे ही दोनों ने सही नदी का पुल पार किया और गोई गांव के नजदीक पहुंचे — तभी पीछे से एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी।

एक घायल, एक गायब — और उसके बाद जो हुआ, उसने सबको दंग कर दिया

टक्कर इतनी जोरदार थी कि मोनू उछलकर सड़क पर गिरा और बुरी तरह घायल हो गया। उसकी हालत नाजुक थी। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े और मोनू को तुरंत रानीगंज ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। वहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

लेकिन जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात थी — वह थी अंशु की रहस्यमयी गैरमौजूदगी। टक्कर के समय वह मोनू के साथ ही था, लेकिन घटनास्थल पर उसका कोई सुराग नहीं था। न घायल, न बेहोश, न ही आसपास।

और फिर दो घंटे बाद…

करीब 2 घंटे की तलाशी के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने घटनास्थल से लगभग 1 किलोमीटर दूर एक सुनसान सड़क किनारे अंशु का शव पड़ा हुआ देखा। शव की स्थिति और जगह देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया।

❗ क्या अंशु की मौत मौके पर ही हुई थी?
❗ अगर हां, तो उसका शव इतने दूर कैसे पहुंचा?
❗ क्या कोई उसे वहां घसीट कर ले गया?
❗ क्या हादसे की आड़ में कोई और कहानी छिपी है?

पुराने विवाद का कनेक्शन – क्या यही है असली वजह?

स्थानीय सूत्रों की मानें तो करीब तीन महीने पहले जामताली के कुछ लोगों से बालकिशन के परिवार का विवाद हुआ था। बात हाथापाई तक पहुंची थी। पुलिस ने तब मामले को शांत करा दिया था, लेकिन क्या इस घटना का कोई “बदले का एंगल” हो सकता है?

यह एक संयोग मात्र है या किसी ने सुनियोजित तरीके से टक्कर मारकर किसी खास को निशाना बनाया?

पुलिस की जांच शुरू – लेकिन रहस्य गहराता जा रहा है

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटनास्थल से लेकर उस स्थान तक जहां अंशु का शव मिला, वहां तक की GPS मैपिंग, CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन की जांच शुरू कर दी है।

थाना दिलीपपुर पुलिस

> “फिलहाल मामला एक्सीडेंट का लग रहा है लेकिन जिस तरह शव दूर मिला है, वह संदेह को जन्म देता है। जांच के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है, जल्द सच्चाई सामने लाई जाएगी।”

गांव में पसरा मातम – परिवार सदमे में, सवालों से घिरी पूरी बस्ती

इस घटना ने न सिर्फ बालकिशन के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि इलाके में भय और चर्चा का माहौल बन गया है। लोग अपने बच्चों को अकेले भेजने से डर रहे हैं।

मोनू की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और दूसरी ओर अंशु की संदिग्ध मौत ने लोगों के दिलों में कई आशंकाएं पैदा कर दी हैं।

क्या यह सिर्फ एक हादसा था या किसी रची गई साजिश का हिस्सा?

जब तक पुलिस की जांच किसी ठोस निष्कर्ष तक नहीं पहुंचती, तब तक यह घटना एक रहस्य, दर्द और संभावित साजिश की त्रिकोणीय कहानी बनी रहेगी


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