प्रतापगढ़ जिले के कोहंडौर थाना क्षेत्र के अतरसंड गांव में शुक्रवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव के बाहर खेत में 33 वर्षीय युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला। मृतक की पहचान संजय सरोज पुत्र राम मिलन सरोज के रूप में हुई है। परिजनों ने दो ग्रामीण युवकों पर शराब पिलाकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है, जबकि पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
मेले से लौटकर नहीं आया घर, रातभर रहा गायब
जानकारी के अनुसार, संजय सरोज बीते कई वर्षों से लखनऊ में निजी कंपनी में नौकरी करता था। गुरुवार को वह अपने गांव अतरसंड मेला देखने आया हुआ था। शाम होते ही वह अपने दो दोस्तों के साथ मेला देखने घर से निकला। देर रात तक जब वह घर वापस नहीं आया और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ आने लगा, तो परिवार वालों ने पहले इसे सामान्य समझा। घरवालों को लगा कि वह दोस्तों के साथ किसी पार्टी में होगा और शायद देर रात घर आएगा।
लेकिन रात भर उसके न लौटने से परिजन चिंतित हो उठे। सुबह होते ही घर के लोगों ने आसपास खोजबीन शुरू की, जबकि गांव वालों को भी उसकी गुमशुदगी की जानकारी होने लगी।
शुक्रवार सुबह खेत में दिखा शव, गांव में फैली सनसनी
शुक्रवार तड़के शौच के लिए खेत की ओर गए कुछ ग्रामीणों ने घर से करीब 200 मीटर दूरी पर एक व्यक्ति का शव पड़ा देखा। करीब जाकर पहचान करने पर पता चला कि शव संजय सरोज का है। यह खबर फैलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई और सैकड़ों लोग घटनास्थल पर जुट गए। ग्रामीणों ने तुरंत मृतक के परिजनों को सूचना दी। इसके बाद परिवार वालों ने डायल 112 पर सूचना देकर पुलिस को मौके पर बुलाया।
पुलिस मौके पर पहुंची, एक दोस्त हिरासत में
सूचना मिलते ही कोहंडौर थाना अध्यक्ष धनंजय रॉय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने आसपास जांच की और मृतक के दोस्तों की जानकारी जुटाई। इसी दौरान घटनास्थल के पास मौजूद संजय के एक दोस्त पर ग्रामीणों और परिजनों ने सवाल उठाए। पुलिस ने उसे तत्काल हिरासत में लेकर थाने भेज दिया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
मृतक की मां आशा देवी ने पुलिस को बताया कि गांव के दो युवकों ने उनके बेटे को पहले शराब पिलाई और फिर उसकी हत्या कर उसके शव को खेत में फेंक दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले भी उन युवकों का संजय से विवाद हुआ था।
डॉक्टरों ने शव परीक्षण में नहीं पाए बाहरी चोट के निशान
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सीएचसी कोहंडौर भेजा, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि मृतक के शरीर पर कोई गंभीर बाहरी चोट का निशान नहीं मिला है। डॉक्टरों का कहना है कि प्राथमिक तौर पर मौत के कारण का स्पष्ट पता नहीं चल सका है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
पुलिस का शुरुआती अनुमान है कि युवक नशे में था और संभवतः रातभर खेत में गिरा पड़ा रहा, जिससे ठंड और दम घुटने जैसी परिस्थितियों में मौत हो सकती है। हालांकि पुलिस यह भी मान रही है कि परिजनों के आरोप गंभीर हैं, इसलिए हर कोण से जांच की जा रही है।
थाना अध्यक्ष बोले — “मामले की गहन जांच, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगी आगे की कार्रवाई”
थाना अध्यक्ष धनंजय रॉय ने बताया कि घटना संदिग्ध है और परिजनों के आरोप बेहद गंभीर हैं। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। उन्होंने कहा—
“शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा। घटना से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है। हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ जारी है।”
गांव में बढ़ा तनाव, परिजनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
घटना के बाद अतरसंड गांव में तनाव का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि संजय शांत स्वभाव का युवक था और किसी से उसका खास विवाद नहीं होता था। अचानक उसकी मौत ने गांव में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिजनों ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है और आरोप लगाया है कि यह सिर्फ हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या हो सकती है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
फिलहाल स्थानीय पुलिस ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स, संजय के दोस्तों की गतिविधि और घटनास्थल से मिले साक्ष्य— सभी की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के आधार पर मौत का सही कारण सामने आ जाएगा।
गांव और परिवार दोनों की नजर अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी है, जो इस पूरे मामले की सच्चाई को उजागर कर सकती है। पुलिस भी लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए है।








