बांदा में होली के रंगों में सबसे ऊपर दिखा कौमी यकजहती का रंग ।
एंकर :- हिन्दोस्तान की आजादी के लिए जिन लोगों ने अपनी जाने कुर्बान कर दीं थी उन लोगों ने अपने सपनों का भारत कैसा सोंच था अगर आपको ये देखना है तो यू पी के बांदा जिले में आइए यहां आपको आज़ादी के मतवालों के ख्वाबों के भारत हकीकत देखने को मिलेगी ।

बांदा में होली दिवाली दशहरा ईद मोहर्रम हर त्योहार जिस तरह से सभी मजहबों के लोग आपस मे मिलजुल कर मनाते हैं उसे देखने के बाद उनके मजहब का अंदाज़ा नहीं लगा सकता।
ऐसा ही नजारा होली के दिन में भी देखने को मिल रहा है ।
सोमवार की रात पूरे मुल्क में होली जलाई गई लोगों ने देर रात तक पूजा पाठ किया ।
मंगलवार की सुबह पूरे देश के साथ साथ बांदा में भी होली मनाई गई बांदा शहर के अवस्थी पार्क में योग गुरु प्रकाश साहू ने होली के जशन के लिए खास इन्तेज़ामात किये और समाज के सभी मजहबो के मानने वालों को जशन में शामिल होने की दावत दी जिसमें सभी मजहबो, सियासतदानों, और खिदमते खल्क करने वाली तंजीमो के साथ साथ आम लोगों ने भी शिरकत की और हर्सोहुल्लास के साथ होली होली का जश्न मनाया।
आये हुए सभी लोगों का अबीर गुलाल लगाकर स्तकबल किया गया और रंगों के साथ साथ फूलों से होली खेली गई ख्वातीन की टोली ने आपस मे सभी ख्वातीन को रंग लगाकर गले मिल कर होली की मुबारकबाद पेश की मर्दों की टोली ने भी एक दूसरे को रंग गुलाल लगाया मिठाई खिलाई और गले मिल के एक दूसरे को मुबारकबाद दी देर तक फिल्मी संगीत की धुनों में लोग झूमते रहे इस भीड़ में हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सभी शामिल थे जिससे माहौल में हरे पीले लाल गुलाबी रंगों के ऊपर चढ़ कर कौमी यकजहती का रंग दिखाई दे रहा था ।
इस जशने के बारे में लोगों ने बताया कि ये जशन सभी को जोड़ने के लिए मनाया गया है ।

Facebook Comments