रायपुर. कोरोना वायरस से संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोग भयभीत है. रायपुर में लोग सावधानी बरत रहे हैं. लेकिन इसके चलते डॉक्टरों को परेशान किया जा रहा है. किराए पर रह रहे डॉक्टरों व उनके परिवार को घर खाली करने का दबाव बनाया जा रहा है. इससे उनका परिवार बेघर हो जाएगा. वे इस मुश्किल घड़ी में आखिर कहां जाएंगे? मकान मालिकों का कहना है कि कोरोना वायरस का इलाज करने के कारण वायरस घर में प्रवेश कर जाएगा. इसलिए मकान जितनी जल्दी हो सकें खाली कर दीजिए. मकान मालिकों की इस चेतावनी से डॉक्टरों के परिवार बेहद घबराए हुए हैं. अब डॉक्टरों ने सरकार से मदद की आस लगाए हैं.
हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया कि कई डॉक्टर, स्टॉफ ने सूचना दी है कि उनके मकान मालिक उनके घर खाली करने इसलिए कह रहे हैं क्योंक वो अस्पतालों में काम करते हैं. अस्पताल का वायरस उनके घर तक पहुंचेगा.
इधर, एमआईए के सदस्यों व पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले से जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे, और जिला प्रशासन से मद्द की उम्मीद है, नहीं तो स्थिति पैनिक हो जाएगी. ऐसे मकान मालिकों का हम विरोध करते हैं.
बता दें कि राजधानी रायपुर में लगभग 13 सौ अस्पताल, लैब, डाग्नोस्टिक सेंटर, नर्सिंग होम हैं, जहां कम से 10 स्टॉफ होते हैं, ऐसे में सैकड़ों लोग घर से बेघर हो जाएंगे.