एंकर-हरदोई जिले में पता नहीं कौन सी मजबूरी में एक मां को निर्मोही होकर अपन जिगर के टुकड़े को झाड़ियों में मरने के लिए फेकना पड़ा। वह तो नवजात बालिका की किस्मत अच्छी थी क्योंकि उसके रोने की आवाज सुनकर एक महिला ने उसे खोज निकाला और उसकी जान बच गयी। गांव में झाड़ियों में नवजात बालिका मिलने की सूचना आनन फानन में पुलिस को दी गयी। जिसने चाइल्ड़ हेल्प लाईन वालो को सूचना दी। जिसके बाद हेल्प लाईन की टीम ने गांव जाकर नवजात बालिका को अपनी सुपुर्दगी में लेकर उसे महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया है । जहा पर बालिका उपचार के दौरान पूरी तरह स्वस्थ है।

एक महिला ने बच्ची के रोने की आवाज पर बचाया
अस्पताल में भर्ती कराई गयी नवजात बालिका
पचदेवरा थाना इलाके के लखनौर गांव की घटना
लगातार कूड़े व झाड़ियों में मिल रहे है नवजात
8 दिन पहले शाहाबाद में कूड़ेदान में मिली थी

हरदोई जिले के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती यह नवजात बालिका पचदेवरा थाने के लखनौर गांव में झाड़ियों में मिली थी। इसकी मां ने की किस वजह से फेका होगा। अब यह निर्मोही माँ ही जाने कि उसने किस हालातों में मुंह मोड़ा। वह तो इस नवजात बालिका की किस्मत अच्छी थी कि इसके रोने की आवाज एक महिला के कान में पड़ी। महिला ने जब इधर उधर खोजा तो झाड़ियों के बीच उसे यह बच्ची नजर आयी। गांव में नवजात बालिका मिलने की सूचना पुलिस को दी गयी जिसके बाद तत्काल पुलिस की सूचना पर चाइल्ड़ हेल्प लाईन की टीम ने मौके पर पहुंचकर बालिका को अपनी सुपुर्दगी में लेकर महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया है। महज कुछ घंटे पहले ही इस दुनिया में आए नवजात बालिका को किसने मरने के लिए फेंका इसका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है।फिलहाल बालिका की हालत सही है।

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