रुबरु इण्डिया । ग्रामवासियों को मास्क पहनाते छात्र सूरज

रानीगंज/प्रतापगढ़ ।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत उत्तर प्रदेश के पूर्व कॉलेज इकाई अध्यक्ष व पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य काशी प्रांत के छात्र सेवक सूरज उपाध्याय व समाजसेवी प्रिंस जायसवाल ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी घोषित होने के कारण समस्त ग्रामवासियों एवं क्षेत्रवासियों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी ग्रामवासियों को मॉस्क और साबुन वितरण किया जा रहा है।
छात्र सेवक सूरज उपाध्याय ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि आज इस वैश्विक महामारी में जनता का सहयोग करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
समाजसेवी प्रिंस जायसवाल ने बताया कि हम ऐसे सामाजिक कार्यों में हमेशा सहयोग करते रहेंगे और जो भी हो सकता है हम गरीबों, असहायों की मदद के लिए समाज में सबसे आगे तत्पर रहेंगे।
छात्र सेवक सूरज उपाध्याय ने कहा कि हमारे विधानसभा क्षेत्र रानीगंज के यशस्वी विधायक धीरज ओझा के निर्देशानुसार हम सभी कार्यकर्ता समाज में गरीबो व असहायों की हरसंभव मदद करने के लिए तैयार हैं।
प्रिंस जायसवाल ने बताया कि हम ग्रामवासियों को अभी सुरक्षित रखने के लिए मॉस्क और साबुन वितरित कर रहे हैं लेकिन जैसे ही जरूरत होगी और सूचना मिलते ही हम गरीबो और असहायों को भोजन व राशन की भी व्यवस्था करेंगे।
सूरज उपाध्याय ने सभी सामाजिक कार्यकर्ता व विधायक से आग्रह करते हुए कहा कि जो हमारे लिए हमेशा खबरों को प्रकाशित करने का काम कर रहे हैं ऐसे पत्रकार को भी सुरक्षित रखने के लिए विधायक जी व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता बंधु से निवेदन करता हूँ कि आप सब पत्रकार के लिए भी कुछ सहयोग प्रदान करें।

रूबरू इंडिया ग्रामवासियों को सेनेराईट कराते छात्र सेवक सूरज


छात्र सेवक सूरज उपाध्याय ने सभी क्षेत्रवासियों से अपील की बोले आप सभी ग्रामवासी अपने अपने घरों में ही रहें और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया गया लॉक डाउन का पालन करें।
छात्र सेवक सूरज उपाध्याय ने सभी समाज के जो व्यक्ति सक्षम है और सहयोग कर सकते हैं उनसे कहे कि आप सभी जो भी जिस लायक गरीबो व असहायों की सहायता कर सकते हैं वो सहयोग करें।
सूरज उपाध्याय व टीम के द्वारा क्षेत्र में बनाये गये आइसोलेशन वार्ड का औचक निरीक्षण किया गया और सभी लोगों की समस्याओं को सुनकर त्वरित कार्यवाही के लिए प्रधान को निर्देशित किया गया।
छात्र सेवक सूरज उपाध्याय ने बताया कि कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। स्वास्थ्य के साथ साथ इस समय पूरी दुनिया एक बड़े आर्थिक संकट की तरफ भी बढ़ रही है जिसकी वजह से वैश्विक मंदी स्पष्ट रूप से दिख रही है। पिछले एक महीनें में ही दुनिया भर के शेयर बाजार धराशायी हो चुके हैं।
सूरज ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि दुनिया भर में कोरोना की महामारी 2.5 करोड़ लोगों का रोजगार छीन लेगी। यह पहले से जारी वैश्विक आर्थिक संकट में कोढ़ में खाज की तरह साबित होगी। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 3.6 लाख करोड़ डॉलर का झटका लगेगा। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इससे आर्थिक और श्रम संकट गहराएगा।
छात्र सेवक सूरज उपाध्याय ने बताया कि कोरोना वायरस का दुनिया पर प्रभाव को देखते हुए बोले कि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने भी एक अध्ययन में कहा है कि वैश्विक स्तर पर एक समन्वित नीति बनती है तो नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। चीन में जनवरी-फरवरी माह में 50 लाख लोगों ने कोरोना के आर्थिक दुष्प्रभाव के चलते नौकरी गंवा दी। वुहान, शंघाई समेत तमाम शहरों में कामबंदी और व्यापारिक गतिविधियां ठप हो जाने से यह नुकसान हुआ। चीन में बेरोजगारी दर भी जनवरी में 5.3 फीसदी के मुकाबले फरवरी में 6.2 फीसदी हो गई है। इसका असर चीन की विकास दर पर भी दिख सकता है।
समाजसेवी प्रिंस जायसवाल ने बताया कि दुनियाभर में तेजी के साथ फैल रहे घातक कोरोना वायरस ने वैश्विक अर्थव्यस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है। इसके चलते वस्तुओं एवं सेवाओं की मांग और आपूर्ति दोनों पर असर पड़ा है। तेल की बढ़ी आपूर्ति और मांग में कमी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से कोरोना पर 24 जनवरी को हुई पहली बैठक के बाद से अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।
सूरज उपाध्याय ने कहा कि कोरोना का दुनिया के व्यवसायों पर असर साफतौर पर देखा जा सकता है, जहां कंपनियां अपने ऑपरेशंस कम कर रही हैं, कर्मचारियों से यह कहा जा रहा है कि वे घरों से काम करें और उत्पादन के लक्ष्य को कम किया जा रहा है।

Facebook Comments