राजनैतिक संरक्षण प्राप्त पट्टी कोतवाली के इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह का तवादला बना चर्चा का विषय…!!!

प्रवीण कुशवाहा, मनोज कुमार तिवारी, संजय कुमार यादव, विपिन कुमार सिंह, रतन लाल कनौजिया, नरेंद्र सिंह, रवीन्द्र सिंह यादव, सुनील कुमार सिंह एवं मृत्युंजय कुमार मिश्र का हुआ प्रतापगढ़ से लखनऊ के लिए तवादला। तीन सतर्कता, दो ईओडब्ल्यू , दो एसीओ तो दो का हुआ एसआईटी में तवादला…!!!

प्रतापगढ़ में बढ़ते अपराध काबू में करने के लिए शासन लगातार कसरत करता रहता है,परन्तु प्रतापगढ़ में अपराध कम ही नहीं हो रहा है। मऊ में पुलिस अधीक्षक रहे अनुराग आर्य को प्रतापगढ़ की कमान सौंपी गई तो लगा कि प्रतापगढ़ में अब अपराध कम हो जायेगा।क्योंकि मऊ में अंसारी बंधुओं को ठीक करने के बाद अनुराग आर्य को प्रतापगढ़ में बिगड़ी कानून ब्यवस्था को पटरी पर लाया सके। आशा के अनरूप अनुराग आर्य महज कुछ ही दिनों में प्रतापगढ़ की कानून ब्यवस्था को लाइन अप कर दिया,परन्तु प्रतापगढ़ में जनप्रतिनिधियों को ये बातें कम पसंद आई…!!!

पुलिस अधीक्षक रहे अनुराग आर्य की कार्यशैली जनप्रतिनिधियों को पसंद न आने की वजह स्पष्ट रही कि किसी भी तरह की गलत सिफारिश अनुराग आर्य स्वीकार नहीं करते थे। सो जनप्रतिनिधियों ने शासन में शिकायत करके उनका तवादला करा दिया। SP प्रतापगढ़ रहे अनुराग आर्य के जाने के बाद तवादले का श्रेय जनप्रतिनिधियों ने तो नहीं लिया,परन्तु शराब माफियाओं ने इसका श्रेय जरूर लिया कि उनका धंधा जो पुलिस अधीक्षक बंद करने का प्रयास करेगा वह जिले में नहीं रह सकता। फिलहाल पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य तवादले से पहले वो स्वयं अवकाश पर थे और अपने घुटने के इलाज हेतु छुट्टी लेकर अपना तवादला स्वयं कराये…!!!

एसपी प्रतापगढ़ के पद से अनुराग आर्य के जाते और नवागन्तुक पुलिस अधीक्षक के रूप में पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर से आये शिव हरी मीणा के आते ही अपराध का ग्राफ इतना अधिक हो गया कि प्रतापगढ़ में 6दिन में तीन बड़ी घटना डकैती, लूट और हत्या की घटना होने के बाद प्रतापगढ़ में ADG प्रयागराज जोन और IG जोन प्रयागराज आकर प्रतापगढ़ में मोर्चा संभालना पड़ा फिर भी अपराध कम नहीं हुआ। सिर्फ 90लाख जेवरात की डकैती का खुलासा हो सका। अब प्रतापगढ़ में जमें 9 पुलिस इंस्पेक्टरों का तवादला कर एक तरफ से पूरा सफाया ही कर दिया गया है…!!!

कल हुए पुलिस महकमें में 9 इंस्पेक्टरों के तवादले में सबसे महत्वपूर्ण पट्टी कोतवाल नरेन्द्र सिंह का नाम है,जिनके तवादले पर लोग हैरान व परेशान हैं। क्योंकि पट्टी कोतवाल नरेन्द्र सिंह पर पुलिस अधीक्षक और आई जी जोन एवं ADG जोन भी कोई कार्यवाई करने से बचते थे। पट्टी में लूट और हत्या के बाद पट्टी कोतवाल नरेन्द्र सिंह के ऊपर कार्यवाही करने का दावा किया गया था,परन्तु वह दावा सिर्फ दावा ही रह गया। अब पट्टी कोतवाल का तवादला हुआ है, देखना है कि तवादला का क्रियान्वयन हो पाता है या उसमें भी राजनीतिक दखलंदाजी हावी रहती है। सूबे के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप उर्फ मोती सिंह पर आरोप लगता रहा है कि उनकी विशेष छत्रछाया पट्टी कोतवाल पर बनी रहती है…!!!

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