टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी लगातार तीसरी बार अपने नाम कर ली है. ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से धूल चटाते हुए टेस्ट सीरीज 2-1 से जीत ली है. इस जीत के हीरो ऋषभ पंत से लेकर शुभमन गिल तक रहे, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा मोहम्मद सिराज की है. क्योंकि वह उस वक़्त में बनकर उभरे है जब सबके वो निशाने पर है ।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद स्थानीय दर्शकों के टारगेट पर सबसे ज्यादा मोहम्मद सिराज ही रहे थे. सिडनी टेस्ट के दौरान मोहम्मद सिराज पर दर्शकों ने नस्लीय टिप्पणी की थी. इसके बाद ब्रिस्बेन में भी यही सिलसिला जारी रखा. ऑस्ट्रेलिया दर्शकों ने सिराज का हौसला तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सिराज के कमाल से ऑस्ट्रेलिया को उसकी ही जमीन पर शिकस्त मिल गई.
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम बैटिंग करने आई तो उसका सबसे बड़ा लक्ष्य टीम इंडिया के सामने बड़ा टारगेट रखना था, लेकिन कंगारुओं के इस सपने को सिराज ने तोड़ दिया. मोहम्मद सिराज ने दूसरी पारी में कुल 73 रन देकर 5 विकेट लिए और अपना पहला 5 विकेट हॉल लिया. उनके अलावा शार्दुल ठाकुर ने भी चार विकेट लेकर कंगारु टीम की कमर तोड़ दी.
इससे पहले पहली पारी में मोहम्मद सिराज को केवल एक, लेकिन अहम विकेट मिला था. सिराज ने वार्नर को एक रन पर आउट कर दिया था. वहीं, सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में भी सिराज को दोनों पारी में एक-एक विकेट मिले थे.
मोहम्मद सिराज का ऑस्ट्रेलिया दौरा काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. ऑस्ट्रेलिया में क्वारनटीन रहने के दौरान उनके पिता का निधन हो गया था. वह अपने पिता को मिट्टी भी नहीं दे पाए थे. बीसीसीआई ने सिराज को वतन लौटने की इजाजत दी थी, लेकिन सिराज ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए घर लौटने से मना कर दिया था.
अब ऑस्ट्रेलिया पर जीत के बाद मोहम्मद सिराज की मेहनत और जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है. पिता की मौ त से लेकर दर्शकों की गालियां तक. मोहम्मद सिराज के हौसले को रोक नहीं पाई और आज पूरा देश सिराज के लिए तालियां बजा रहा है.