साबरमती नदी में कूदकर जान दे देने वाली आयशा का आत्महत्या से पहले अपने पति को लिखा आखिरी खत सामने आया है। शनिवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान आयशा की तरफ से केस लड़ रहे वकील ज़फर पठान ने ये खट कोर्ट में पेश किया। खत में आयशा ने आरिफ द्वारा उसका नाम आसिफ के साथ जोड़ने पर दुख जताते हुए लिखा है कि आपने अपनी करतूत छिपाने के लिए मेरा नाम मेरे भाई और बस्ट फ्रेंड के साथ जोड़ दिया।
खत में आरिफ द्वारा किए गए ज़ुल्मों के बारे में बताते हुए आयशा ने आगे लिखा है कि कैसे आरिफ ने उसे प्रेग्नेंसी के वक्त 4 दिनों के लिए कमरे में बंद कर दिया। प्रेग्नेंट होने के बावजूद भूखा-प्यासा रखा गया, इतना ही नहीं कमरे के खुलने पर आरिफ ने उसे बुरी तरह से पीटा, जिससे उसका बच्चा नहीं रहा। ये सब लिखने के बाद आयशा ने लिखा है कि अब वही (अपने मरे हुए बच्चे लिल आरू) के पास जा रही है। आरिफ की तशाफ से बुरी तरह निराश हो चुकी आयशा ने एक बार फिर से इस खत में अपनी मुहब्बत का इज़हार करते हुए लिखा है कि मैंने कभी तुम्हें धोखा नहीं दिया, तुमने हंसती खेलती दो जिंदगियों को उजाड़ दिया। आई लव यू कुकू मैं गलत नहीं था बल्कि आपका स्वभाव ही गलत था।
इसी खत में आयशा ने लिखा है कि मै आपकी आंखों पर फिदा था लेकिन अब अगले जीवन में बताउंगी क्यों। आखिरी में आयशा लिखती है लव यू योर वाइफ आयशा आरिफ।
ज्यूडिशियल कस्टडी में आरिफ-
शनिवार को आयशा के पति आरिफ को कोर्ट ने पुलिस की डिमांड पर ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है।
बता दें कि पुलिस के पास आरिफ के खिलाब काफी सबूत हैं, ये सबसे बड़ा सबूत खुद उसका फोन है जिसकी कॉल रिकॉर्डिंग आरिफ की काली करतूतों की गग्रन्ताएं हैं। मोबाइल फोन के बाद आयशा का आत्महत्या से पहले लिखा खत भी पुलिस के लिए बड़े सुबूत का काम करेगा। पुलिस ने इस खत को भी फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। जांच होने के बाद चार्जशीट फाइल की जाएगी।