BJP का आरोप, विदेशी मीडिया में हो रही है भारत की छवि बदनाम करने की कोशिश
भारत इस वक़्त कोरोना की सबसे भयानक मार झेल रहा है जिससे निपटने के लिए दुनिया के कई देशों ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है. लिहाजा ऐसे समय में दुनिया की प्रतिष् मैगज़ीन ने अपने कवर पेज पर देश के एक श्मशान में शव ले जाते परिजनों की तस्वीर प्रकाशित करके क्या भारत की छवि खराब करने की कोशिश की है? और यह भी कि क्या विदेशी मीडिया का एक वर्ग संकट की इस घड़ी में दुनिया के सामने भारत को बदनाम करने के किसी निहित प्रयास में जुटा है? सोशल मीडिया ऐसे सवालों से भरा पड़ा है, इसके साथ ही विदेशी मीडिया की जमकर आलोचना भी हो रही है. देश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने भी विदेशी मीडिया के एक वर्ग को पूर्वाग्रह से ग्रसित बताते हुए इसे नैतिकता के मापदंडों के खिलाफ बताया है
टाइम मैगज़ीन ने अपने ताजा अंक में India in Crisis शीर्षक से कवर स्टोरी की है लेकिन अपने मुखपृष्ठ पर जो तस्वीर छापी है,ल उसके जरिये यह संदेश देने की कोशिश की गई है मानो पूरा भारत ही श्मशान में तब्दील हो रहा हो।इससे बीजेपी बिफर गई है। बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी कहते हैं, जब पिछले साल इसी कोरोना से अमेरिका, ब्रिटेन व अन्य यूरोपीय देशों में हर रोज पांच-छह हजार लोगों की मौत हो रही थी। तब तो इस मैगज़ीन ने किसी भी देश की कोई एक भी ऐसी तस्वीर नहीं छापी. अमेरिका की आबादी तो भारत के मुकाबले एक चौथाई भी नहीं है। इटली, ब्राजील, फ्रांस तो और भी छोटे हैं और उन देशों में प्रतिदिन मरने वालों का आंकड़ा हजारों में था। फिर क्या वजह थी कि विदेशी मीडिया ने अपने यहां होने वाली मौतों को तो इस तरह से नहीं उछाला।जैसे आज भारत को सुर्खियां में लाया गया।