उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ के पहले लोकसभा सांसद

स्व०पण्डितमुनीश्वरदत्त_उपाध्याय (1898-1983)

प्रतापगढ़ लोकसभा छेत्र के पहले लोकसभा सांसद (1952,1957)

स्वतन्त्रा संग्राम सेनानी,राजनेता,समाजिक कार्यकर्ता,शिक्षक के रूप में बनाई अपनी पहचान

बेहद साधारण परिवार में पण्डित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय का जन्म प्रतापगढ़ जनपद की लालगंज तहसील के लक्ष्मणपुर गांव में गजाधर उपाध्याय के यहां हुआ था
पिता की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नही थी

उपाध्याय जी पीबी इंटर कॉलेज से हाई स्कूल करने के बाद इलाहाबाद चले गए वहाँ कानून की पढ़ाई पढ़ी

और अपने बेहतरीन नतीजो से इलाहाबाद महापौर कार्यालय में नौकरी लेली

इसी दौर में आज़ादी के लड़ाई के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित होकर स्वतंत्रता आदोंलन में शामिल हो गए

भारत के पहले प्रधानमंत्री पण्डित नेहरू के किसान आंदोलन का जिले में नेत्रतित्व करते हुए बाबा रामचन्द्र,झिंगुरी सिंह,पूर्व विधायक रामराम शुक्ल के साथ अहम किरदार निभाया

आंदोलन के ज़रिए उपाध्याय जी ने पूरे देश मे ईमानदारी व कर्मठता पेशकर पण्डित नेहरू के बेहद करीबी बन गए

इसी ईमानदारी की वजह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे
राजस्व मंत्री,सदस्य विधान परिषद
और संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य भी रहे

वह किसी के सामने झुकना नही जानते थे
अपनी ईमानदारी कर्मठता मज़बूत इरादों की वजह से लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, मदन मोहन मालवीय जैसे राजनेताओं के बेहद करीबी थे

स्वतन्त्रा आंदोलन के वक़्त महात्मा गांधी द्वारा चलाये गए असहयोग आंदोलन को मुनीश्वर दत्त जी ने गाँव गाँव तक पहुंचा कर बापू के सपनो को साकार किया

आज़ादी के बाद दिल्ली में पण्डित नेहरू ,सरदार वल्लभ भाई पटेल डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बीच अपने कामो से अपनी अलग पहचान बनाई

बेल्हा (प्रतापगढ़) से एक मात्र उपाध्याय जी ही हैं जिनके दस्तखत भारत के संविधान में हैं

सुप्रीम कोर्ट में भी उपाध्याय जी उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि रहे

उनके काम करने के तरीकों से सभी कायल थे

उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन को दूर करने की जो कोशिश उन्होंने की थी वो वाक़ई काबिले तारीफ है और अब तक ऐसे किसी ने भी नही किया

पण्डिय मुनीश्वर दत्त उपाध्याय कानून के जानकार होने के साथ शिक्षा से बेहद लगाव रखते थे

प्रतापगढ़ जिले में उन्होंने 22 शिक्षण संस्थानों की स्थापना कर एक अलग ही मिशाल पूरे प्रदेश में पेश की

जिसमे कई डिग्री कॉलेज,इंटर कॉलेज,माध्यमिक विद्यालय शामिल जो जनपद के हर हिस्से हर तहसील में हैं

नगर छेत्र में मौजूद
MDPG कॉलेज जिसका मै भी छात्र रहा हूँ उसकी भी स्थापना पण्डित जी ने ही कि थी और उसका नाम ही
मुनीश्वर दत्त स्नाकोत्तर महाविद्यालय है

पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय जी ने दो किताबें भी लिखी
1 किसान संगठन
2 जमींदारी प्रथा

अफसोस पण्डित जी की विरासत पर राजनीति करने वाले लोग अब उन्हें याद भी नही करते

Mudassir Mehndi

Facebook Comments