उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कूदे प्रत्याशियों ने इन दिनों प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। समय कम होने और प्रत्येक मतदाता के घर तक पहुंचने में फेल रहने वाले प्रत्याशियों ने सोशल मीडिया को सहारा बना लिया है।

रानीगंज विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी धीरज ओझा और सपा प्रत्याशी के विवादित बोल पर नोटिस भेजा गया है। हालांकि अभी प्रत्याशियों की ओर से जवाब नहीं दिया गया है। इधर, सोशल मीडिया पर प्रचार करने वाले प्रत्याशियों पर अफसरों की नजर नहीं पड़ रही है। वह समाचार पत्रों में छपने वाली खबरों को ही आधार बनाकर नोटिस देने की योजना बनाए हुए हैं।

विधानसभा चुनाव में कूदे प्रत्याशियों ने इन दिनों प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। समय कम होने और प्रत्येक मतदाता के घर तक पहुंचने में फेल रहने वाले प्रत्याशियों ने सोशल मीडिया को सहारा बना लिया है। मगर मीडिया सर्टिफिकेशन एवं अनुवीक्षण सेल में तैनात अफसरों की नजर नहीं पड़ रही है। अभी तक सोशल मीडिया में वायरल वीडियो, आडियो के आधार पर रानीगंज के भाजपा प्रत्याशी धीरज ओझा और सपा प्रत्याशी को नोटिस जारी किया गया है।

व्हाट्सएप ग्रुप में चैटिंग, पंफलेट और प्रचार के लिए बैनर, पोस्टर पोस्ट करने वालों को दरकिनार किया जा रहा है। मीडिया सर्टिफिकेशन एवं अनुवीक्षण सेल की लापरवाही के चलते प्रत्याशियों ने अब प्रचार के लिए सोशल मीडिया को हथियार बना लिया है। सेल के प्रभारी एसपी सिंह ने बताया कि अखबारों में जो खबरें प्रकाशित होती है, उसी को साक्ष्य बनाकर प्रत्याशियों को नोटिस भेजा जा रहा है।

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