सतीश महाना को उत्तर प्रदेश का नया अध्यक्ष चुना गया है। सभी दलों ने मिलकर महाना को विधानसभा अध्यक्ष चुना है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाना के राजनीतिक जीवन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सदन को बताया कि महाना ने जाति के नाम की जगह महाना जोड़ लिया है।
बीजेपी विधायक सतीश महाना उत्तर प्रदेश विधानसभा के नए अध्यक्ष बने
समाजवादी पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना कैंडिडेट नहीं उतारा
महाना का निर्विरोध चयन होने पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी बधाई दी
लखनऊ:सतीश महाना उत्तर प्रदेश विधानसभा के 18वें अध्यक्ष बन गए हैं। विधानसभा में उनका निर्विरोध चुनाव हुआ है। खुद मुख्यमंत्र योगी आदित्यनाथ, विपक्ष के नेता अखिलेश यादव समेत सदन के कई नेता महाना को सदन के आसन तक लेकर गए और अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन किया। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में महाना की जमकर तारीफ की तो नेता प्रतिपक्ष ने भी कहा कि कोई एक ही क्षेत्र से बार-बार यूं ही नहीं जीत सकता, आप वाकई जनता की आखों का तारा बन गए हैं।
योगी ने कहा- लोकतंत्र के लिए गौरवपूर्ण क्षण
मुख्यमंत्री ने संबोधन की शुरुआत में कहा कि जब भी महान बनने का अवसर मिले, हमें इस अवसर से वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने तैत्तरीय उपनिषद के एक श्लोक का हवाला देकर कहा कि महान बनने के सुअवसर से चूकना नहीं चाहिए और आपके नाम से तो महाना ही जुड़ा हुआ है। योगी ने कहा, ‘स्वाभाविक रूप से लोकतंत्र के इस गौरवपूर्ण आसन पर विराजमान होना, किसी भी सदस्य के लिए न केवल अभिनंदनीय है बल्कि गौरवपूर्ण भी है।’
सीएम ने विस्तार से बताया- कौन हैं महाना
सीएम ने सदन को विधानसभा अध्यक्ष से परिचित कराते हुए कहा कि हम सब जानते हैं कि आप लगातार आठवीं बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए हैं। आपके पास सार्वजनिक जीवन का एक लंबा अनुभव है। कानपुर जैसे औद्योगिक नगर में आप जमीन से जुड़े कार्यकर्ता रहे हैं। बूथ और मंडल अध्यक्ष स्तर के कार्यकर्ता के रूप में शिक्षा और सेवा के पदाधिकारी के तौर पर आपने लंबे समय तक काम किया। आठ बार कानपुर महानगर के विधायक के रूप में आपका चयन हुआ। विभिन्न सरकारों में भी मंत्री पद का दायित्व निभाया।
स्पीकर कोई नहीं बनना चाहता था, वह छिप जाया करता था। इस लोकतंत्र को बचाने के लिए न जाने कितने स्पीकर कुर्बान हुए होंगे। हमें समय समय पर आपके संरक्षण की जरूरत होगी। ऐसे बहुत कम लोग होते हैं, जो लगातार एक क्षेत्र में जीतते रहे हैं। स्वाभाविक है वही जीतता है जो जनता के बीच लोकप्रिय हो।
जाति का नाम हटा जोड़ा महाना
योगी बोले, ‘बार-बार एक सदस्य का एक क्षेत्र से चुना जाना, जब दुर्भाग्य से जातिवाद की राजनीति की उस आंधी ने एक व्यक्ति की जिसके कोई जाति न हो, जिसकी कोई जातीय पहचान न हो, जिसने अपने जन्म के साथ ही पैत्रिक रूप से महाना शब्द जोड़ा और कहा कि हम तो सेवा करते-करते महान हैं।’ मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विकास और गरीब कल्याण के साथ चलकर लगातार जनता का विश्वास जीतना, एक चुनाव हो सकता है, दो हो सकते हैं, तीसरा भी चल सकता है, लेकिन बार बार चुना जाना, अच्छे वोटों से चुना जाना, हर बार मत का प्रतिशत बढ़ जाना सकारात्मक संदेश है।
यूपी में लोकतंत्र को मजबूत करने का वादा
मुख्यमंत्री ने भी अपने भाषण की शुरुआत में विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के बीच हुई रस्साकस्सी का हवाला देकर भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं का बखान किया। उन्होंने कहा कि इस पीठ पर एक अनुभवी सदस्य का चयन सर्वानुमति से हो, यह अत्यंत सुखद अनुभूति कराता है। खासकर तब जब उत्तर प्रदेश विधानसभा में अभी बहुत दिन नहीं हुए हैं, मार्च प्रथम सप्ताह में दोनों ओर से मिसाइलें चल रही थीं और उस समय हर व्यक्ति एक-दूसरे के हमलों से झुलसने से बचने के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहा था।
विकास और गरीब कल्याण के साथ चलकर लगातार जनता का विश्वास जीतना, एक चुनाव हो सकता है, दो हो सकते हैं, तीसरा भी चल सकता है, लेकिन बार बार चुना जाना, अच्छे वोटों से चुना जाना, हर बार मत का प्रतिशत बढ़ जाना सकारात्मक संदेश है।
योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
सीएम ने कहा, ‘यह भारत में ही संभव हो सकता है और भारत में भी उत्तर प्रदेश में ही कि राजनीतिक मतभेद भले ही कितने ही क्यों न हों लेकिन लोकतंत्र को पुष्ट करने के लिए सर्वानुमति का रास्ता अपनाने और लोकतंत्र की गरिमा और मर्यादा को बनाए रखने के लिए हम मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ांएगे। आपका इस सर्वानुमति से चयन हुआ है, यह भारत की मजबूत लोकतांत्रिक परंपराओं को और भी मजबूत करता है, और भी पुष्ट करता है।’