उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती का असर प्रतापगढ़ में नहीं है। यहां राजा पाल टंकी चौराहे पर प्रभावती के मकान में पाइक रोड निवासी मोहम्मद इदरीश के बेटों मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद तारिक ने दो दुकानों पर 26 साल से कब्जा जमा रखा है। इन दुकानों में जनता गन हाउस और अवध गन हाउस के नाम से शस्त्र विक्रय की दुकान खोल रखी है। इसके किराएनामे का अनुबंध खत्म हुए 16 साल हो गए फिर भी जिला प्रशासन आंख मूंदकर शस्त्र की दुकान का नवीनीकरण कर रहा है।

प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ शहर में राजा पार्क टंकी चौराहे पर प्रभावती देवी पत्नी कैलाश नाथ का शिव मार्केट में मकान है। वर्ष 1996 में 2 फरवरी को पाइक रोड निवासी मोहम्मद इदरीश के बेटे मोहम्मद आरिफ ने मकान के पश्चिम में एक दुकान को ₹500 प्रति माह की दर से किराए पर लिया

2 फरवरी 1996 से 6 फरवरी 2006 तक के लिए किया गया।

इसके बाद वर्ष 1998 में मोहम्मद आरिफ के भाई मोहम्मद तारिक ने भी एक दुकान किराए पर ली। इस दुकान में उसने अवध गन हाउस नाम से शस्त्र बेचने की दुकान खोली।

7 नवंबर 1998 से 7 मई 2006 तक के लिए किया गया। इसके किराए की दर ₹700 प्रति माह निर्धारित की गई। मोहम्मद आरिफ 29 माह तक किराया देता रहा। इसके बाद उसने किराया देना बंद कर दिया। मोहम्मद तारिक ने केवल 3 माह का किराया दिया और उसके बाद किराया देना बंद कर दिया।


मकान की स्वामी प्रभावती देवी ने मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद तारिक से लगातार किराया देने या किराया न देने की स्थिति में दुकान खाली करने का आग्रह किया। किंतु दोनों भाइयों ने ना तो किराया दिया और ना ही दुकान को खाली किया। दोनों भाइयों ने पिछले 26 सालों से प्रभावती की दुकान पर अवैध तरीके से कब्जा जमा रखा है।

आरिफ और तारिक का पुलिस से है याराना
शस्त्र बेचने की दुकान खोलने के नाम पर मकान के एक हिस्से में कब्जा करने वाले आरिफ और तारिक का पुलिस से याराना है। आरिफ और तारिक ने प्रभावती के दबाव बनाने पर उसके खिलाफ ही सीओ सिटी अभय पांडे के कार्यालय में शिकायत पत्र दाखिल कर दिया।

इस शिकायत पर सीओ सिटी अभय पांडे ने प्रभावती को कार्यालय में बुलाया और दोनों पक्षों के बीच इस बात पर सुलह समझौता कराया कि 3 माह के अंदर आरिफ और तारिक या तो किराया जमा कर देंगे या फिर दुकान से कब्जा हटा लेंगे।

3 माह का समय बीत जाने के बाद भी आरिफ और तारिक ने ना तो किराए की राशि जमा की और ना ही दुकान को खाली किया। फिर भी सीओ सिटी द्वारा इन दोनों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।

डीएम कार्यालय की निष्ठा पर भी खड़े हो रहे सवाल
शस्त्र विक्रेता की दुकान का संचालन अत्यंत संवेदनशील मामला है। यह राष्ट्र की सुरक्षा से भी जुड़ा प्रकरण है। बावजूद इसके भी जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा अवैध तरीके से कब्जा की गई दुकान में संचालित शस्त्र विक्रय की दुकान के लाइसेंस को पिछले 16 वर्षों से नवीनीकृत किया जा रहा है। यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

इससे साफ जाहिर है कि मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद तारिक के संबंध जिलाधिकारी कार्यालय से बने हुए हैं जिसके चलते उनकी दुकानों का नवीनीकरण गलत तरीके से किया जा रहा है और तथ्यों को छिपाया जा रहा है। यह प्रकरण अत्यंत गंभीर है।

परेशान प्रभावती को डीएम नितिन बंसल पर भरोसा
परेशान प्रभावती देवी को डीएम डॉ नितिन बंसल पर भरोसा है। उन्होंने 18 अगस्त 2022 को डीएम डॉ नितिन बंसल को 3 पृष्ठों का एक प्रार्थना पत्र सौंपा है। इस प्रार्थना पत्र में उन्होंने अपनी व्यथा से डीएम को अवगत कराया है। प्रभावती देवी को उम्मीद है कि डीएम डॉ नितिन बंसल द्वारा उन्हें न्याय मिलेगा।

न्याय न मिलने की स्थिति में वह मजबूर होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके जन दर्शन कार्यालय में मिलेंगी और अपनी पीड़ा से अवगत कराते हुए न्याय दिलाए जाने की मांग करेंगी।

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