सीने, गले और सिर पर मारी थी गोली, तीनों फंसी रही पोस्टमार्टम के बाद निकाली गई गोलियां
सूत्रों के अनुसार प्रतापगढ़ जनपद में एक ऐसे हत्याकांड हुआ जिससे सुन कर आप दंग रह जाएंगे पिता की हत्या करने वाले एक आरोपित को बेटों के 20 साल बाद सरेबाजार गोली मार कर हत्या कर दी तहरीर के पहले ही आरोपी घर छोड़ कर फरार हो गए सूत्रोंकी माने तो पुलिस से सेटिंग कर के ही आरोपीयो ने हत्या कर अपने पिता का बदला लिया
प्रतापगढ़ जनपद के मांधाता थाना क्षेत्र के हैंसी परजी चौराहे पर बृहस्पतिवार को शाम किराने की दुकान पर बैठे मो. शमीम 42 वर्ष की हत्या करने वाले बदमाश किसी तरह की कोई चूक नहीं करना चाहते थे ऐसे मृतक के अन्दर मिले बुलेट से विशेषज्ञ ऐसा कह रहे थे मौत में कोई शंका न रहे इसके लिए उसके सीने, गले के साथ ही सिर में भी गोली मारी ताकि वह कही धोखे से बचे न और तीनों गोली शरीर के ही अन्दर फंसी रही।शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के दौरान तीनों गोलियां मृतक के शरीर से निकाली गईं
पूरा मामला प्रतापगढ़ जनपद के मांधाता के हैंसी परजी चौराहा स्थित इरफान अहमद के किराना की दुकान पर शाम लगभग 6:30 बजे मो. शमीम अपने अन्य साथियों के साथ बैठा था तभी अचानक से मांधाता की तरफ से मोटर साइकिल सवार दो युवक दुकान के बाहर सामने आए और रुक गए जब तक वहां बैठे कुछ लोग समझ पाते शमीम 42 निवासी शिवरा थाना मान्धाता पर ताबड़तोड़ तमंचा से गोली मारकर हत्या कर दी।शमीम जब जमीन पर गिर गए तो आरोपित गोली मारी जो उसके सीने,गले, सर में लगी तो मोटर साइकिल सवार बदमाश कटरा गुलाब सिंह बाजार की तरफ भाग गए सूत्रों के अनुसार मौके पर पुलिस थी लेकिन कुछ पल पहले ही बाजार से बाहर गई थी सूचना मिलते पुलिस बदमाशों को पकड़ने के लिए कटरा गुलाब सिंह की ओर से सभी रास्तों की छानबीन करने लगे लेकिन बदमाश फरार होंगे मौके पर पुलिस अधीक्षक अनील कुमार पहुंचे और क्षेत्र में लगे अलग अलग सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की पहचान करने का प्रयास किया लेकिन पहचान नहीं हो सकी थी
गोली लगने के बाद जब पहुंचे मेडिकल कॉलेज
गोली लगने के बाद जब परिजन मेडिकल कॉलेज ले गए तो वहां पर डॉक्टरों ने शमीम को मृत घोषित कर दिया जिसके बाद परिजनों ने मौत की खबर सुन कर आक्रोशित हो उठे मृतक के सीने पर लगी गोली दिख रही थी। वह पीछे की ओर बाहर नहीं निकली थी। जब शव का एक्सरे कराया गया तो शरीर में कुल तीन गोली फंसी थी सीने के साथ ही गले और सर में गोली मारी गई थी।
शुक्रवार को मृतक शमीम के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ और शव के अंदर से तीन गोली बाहर निकाली गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिजन चीखे उठे घर पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई आक्रोश को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस भी गांव में रही और पीएसी बल भी मौजूद रही। अपरिजन शव को सुपुर्द खाक करने से इनकार कर रहे थे लेकिन कुछ देर बाद ही परिजन पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद शव को दफनाने के के लिए राजी हो गए। शाम 6 बजे मगरीब की नमाज के बाद शव को ग़म और गुस्से के बीच गांव के कबिस्तान में सुपुर्देखाक कर दिया
बेटे ने तहरीर देखकर पांच पर लिखाया हत्या का केस
हैंसी परजी बाजार में गुरुवार शाम शिवरा गांव के शमीम को जब गोली मारकर हत्या किए जाने के दौरान उसका बेटा मो. सगीर भी बाजार में मौजूद था।वह उसी समय बाजार में घर के लिए सामान खरीद रहा था गोली की आवाज सुन कर गया तो देखा कि दो मोटर साइकिल पर सवार पांच लोग गोली मार कर हत्या करने के बाद फरार हो रहे जिसके बाद वह अपने पिता को लेकर अस्पताल के लिए भागा देररात उसने पांच लोगों के खिलाफ मानधाता थाने में एफआईआर दर्ज कराई । बताया की सफेद अपाचे बाइक से आए दिलावर अली, जेठवारा थाना क्षेत्र के मनेहू उसका बेटा कैफ और काली बाइक से आए दिलशाद, फुल्लन और आदिल शिवरा के उसके पिता मो. शमीम को गोली मार रहे थे। उसने सड़क पर लगी लाइट से सभी को पहचान लिया। गोली मारने के बाद आरोपित भाग निकले।
सपा नेता की हत्या के पहले घर से परिजनों को हटाया
हैंसी परजी चौराहे पर मो. शमीम की हत्या में केस बाद में दर्ज कराया गया लेकिन आरोपित के घर पहले से ही ताला लटक गया था। पुलिस पहुंची तो पता चला कि आरोपित ने पहले ही मवेशी बेच दिया था। उसके घर पर महिला, बच्चे कोई नहीं मिले लोगों में यह भी चर्चा रही कि मवेशी बेचने और परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के बाद आरोपितों ने हत्याकांड को अंजाम दिया। इसके बाद वे माध्यम खोजकर पुलिस गिरफ्त में चले गए।
सेटिंग से हुई हत्या आरोपी पुलिस की गिरफ्त में?
चौराहे पर सनसनीखेज हत्या के बाद पुलिस के साथ ही इलाके के लोग भी आशंका जता रहे थे कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचने पर हंगामा हो सकता है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार आरोपितों को पुलिस ने अपने शिकंजे में ले लिया। इससे मृतक के परिजन भी कोई विरोध नहीं किए और सुपुर्देखाक कर दिया।
2004 में हुई हत्या का लिया बदला?
सूत्रों की माने तो हैंसी परजी चौराहे पर शमीम की हत्या 20 साल पुराने हत्याकांड का बदला कही जाने लगी। 2004 में शिवरा गांव के रहने वाले जुवैर की हत्या हुई थी। और मारा गया मो. शमीम उस हत्याकांड में आरोपित था अब मो. शमीम की हत्या हो गई जिसमें जुवैर के दो बेटे दिलशाद अहमद और फुल्लू आरोपित बनाए गए हैं सूत्रोंके अनुसार जुबैर के बेटे कहते थे पिता की हत्या करने वालों की हत्या करेंगे
एएसपी दुर्गेश सिंह के अनुसार बेटे की तहरीर पर पांच के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। मृतक अंतिम संस्कार कर दिया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।