एयरफोर्स के जवान पैराशूट में खुलने की वजह से गिरकर शहीद हो गए रविवार शुअभ उनके पार्थिक शरीर को उनके घर पहुंचा एंबुलेंस के साथ पत्नी और बच्चे भी साथ आए घर पर शहीद का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया 10 दिन पहले ही घर से ड्यूटी पर गए थे जवान लेकिन ट्रेनिंग के दौरान वह ऊपर से कूदे लेकिन पैराशूट में टेक्निकल पैरोबल की वजह से वह खुला नहीं जिससे जमीन पर गिरने से मृत्यु हो गई मौत की खबर सुनकर हर कोई हैरान रह गया

प्रतापगढ़ जनपद के रहने वाले राजकुमार तिवारी 42 वर्ष वह 2002 में एयरफोर्स की सेना में भर्ती हुए थे 2009 से वह आगरा एयरफोर्स स्टेशन पर थे वहां वह जंपिंग की ट्रेनिंग दिलाने का कार्य करते थे शनिवार को आगरा में राज कुमार तिवारी ट्रेनिंग दे रहे थे ऊपर से कूदे लेकिन पैराशूट नहीं खुला जिससे वह जमीन पर जा गिरे यह देख रहे अन्य अफसर ने उन्हें तत्काल एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर लगभग दो घंटा इलाज चला लेकिन डॉक्टर ने बचा न सके उनकी मौत हो गई।

राजकुमार तिवारी अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ आगरा में ही रहते थे उनके पिता और माता गांव में रहते थे परिवार में पत्नी प्रीति तिवारी दो बेटे यस 14 वर्ष कुश 10 वर्ष अपने पिता के साथ सरकारी आवास में ही रहते थे पिता राम शंकर तिवारी और माता उर्मिला प्रतापगढ़ में रहते थे राजकुमार के बड़े भाई विनय तिवारी अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहते है।

रविवार सुबह एंबुलेंस से शहीद जवान राजकुमार तिवारी का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो पत्नी और बेटे का रोते हुए एंबुलेंस से नीचे उतरे तो वहां पर मौजूद है किसी की आंखें नम हो गई पत्नी बार-बार बेहोश जा रही थी शाहिद की मां उर्मिला देवी बेटे को नाम आंखों से देखे जा रही थी और पिता शाहिद बेटे को देखते हुए दोनों फोटो को गले लगा कर रोने लगे तो लोगों ने उन्हें समझने का प्रयास करते रहे परिजन शहीद के पार्थिक शरीर को मानिकपुर में अंतिम संस्कार कर दिए

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