मारपीट में घायल रमेश की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से किया इनकार — प्रशासनिक अमला मौके पर डटा
प्रतापगढ़, दिलीपपुर | थाना दिलीपपुर क्षेत्र के करनपुर खुंजी गांव में बीते 6 जुलाई को हुए दो पक्षों के विवाद में गंभीर रूप से घायल रमेश कुमार (38) की उपचार के दौरान मौत हो गई। रमेश का शव आज 8 जुलाई को पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार करते हुए दोषियों की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग प्रशासन के सामने रख दी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल और एक कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है।
क्या है मामला:6 जुलाई की शाम करीब 5 बजे करनपुर खुंजी गांव में किसी पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। दोनों ओर से कई लोग घायल हुए, जिनमें रमेश की हालत बेहद गंभीर हो गई थी। उन्हें स्वरूप रानी अस्पताल प्रयागराज में भर्ती कराया गया, जहां ICU में करीब 24 घंटे इलाज चलने के बाद 7 जुलाई की शाम उनकी मौत हो गई।
मुकदमा दर्ज, कई आरोपी हिरासत में
घटना के बाद रमेश के भाई उमेश कुमार की तहरीर पर थाना दिलीपपुर में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कई आरोपियों को हिरासत में भी ले लिया है। वहीं, पीड़ित परिवार अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और न्यायिक मुआवजे की मांग को लेकर अड़ा हुआ है।
प्रशासन मौके पर डटा, हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में
आज जब पोस्टमार्टम के बाद रमेश का शव गांव पहुंचा, तो परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। मौके पर एसडीएम पट्टी तनवीर अहमद, सीओ पट्टी मनोज कुमार सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी पट्टी और थाना प्रभारी दिलीपपुर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। हालात को देखते हुए एक कंपनी PAC की भी तैनाती की गई है।
स्थानीय प्रशासन और परिवार के बीच वार्ता जारी है, ताकि अंतिम संस्कार शांतिपूर्वक कराया जा सके। क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन पुलिस और प्रशासन स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं।