. “बेटे ने फावड़े से पिता का सिर कुचला – परसीपुर गांव में खौफनाक वारदात”

रात के अंधेरे में बेटा बना जल्लाद, पिता की हत्या कर नहर किनारे छिपा”

गुस्से ने बुझा दी पिता की सांसें – हथिगवां थाना क्षेत्र में सनसनीखेज मामला”

प्रतापगढ़। हथिगवां थाना क्षेत्र के परसीपुर गांव में 26 अगस्त की रात हुई पिता की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मृतक के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी की पहचान सिद्धार्थ मिश्रा उर्फ टिंकू के रूप में हुई है, जिसने गुस्से में आकर अपने पिता की फावड़े से हत्या कर दी।

आधी रात का खौफनाक हमला

घटना 26 अगस्त की रात करीब दो बजे की है। गांव निवासी विनोद कुमार मिश्रा (50) रोज की तरह घर के बाहर तख्त पर सो रहे थे। परिवार के अन्य सदस्य घर के अंदर थे। रात के सन्नाटे में अचानक लोहे के फावड़े से वार की आवाज आई। विनोद की पत्नी सुशीला देवी जब बाहर आईं तो देखा कि उनके पति खून से लथपथ तख्त पर गिरे हुए हैं।

सुशीला देवी ने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में विनोद को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कुंडा ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

डांट और पिटाई से नाराज था बेटा

हत्या के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो शक घर के ही किसी सदस्य पर गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर भारी चोट की पुष्टि हुई। जांच में यह बात सामने आई कि घटना से दो दिन पहले भी पिता-पुत्र में तीखा विवाद हुआ था।

पुलिस ने गांव में छानबीन कर तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से आरोपी सिद्धार्थ का पता लगाया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि पिता की डांट-फटकार और मारपीट से वह काफी दिनों से नाराज था। गुस्से में उसने आधी रात को सोते समय फावड़े से सिर पर वार कर हत्या कर दी।

गिरफ्तारी और बरामदगी

पुलिस ने आरोपी को हथिगवां नहर पुलिया के पास से दबोच लिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त फावड़ा भी बरामद कर लिया गया। आरोपी ने बताया कि वारदात के बाद वह गांव से भागकर नहर किनारे छिप गया था।

थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

गांव में दहशत और सन्नाटा

घटना के बाद गांव में खौफ और सन्नाटा है। ग्रामीणों का कहना है कि विनोद मिश्रा का परिवार साधारण था और कभी किसी बड़े विवाद में नहीं रहा। लेकिन पिता-पुत्र के बीच बढ़ते तनाव को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।

एक ग्रामीण ने कहा – “कभी सोचा भी नहीं था कि बेटा अपने पिता की जान ले सकता है। गुस्सा और तनाव इतना खतरनाक हो सकता है, इसका अंदाजा किसी को नहीं था।”

पुलिस की अपील

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं परिवार के भीतर बढ़ते विवाद और गुस्से को संभालने में असफलता का परिणाम होती हैं। लोगों से अपील की गई है कि घरेलू कलह को हिंसा का रूप न लेने दें। बातचीत, समझाइश और रिश्तों में धैर्य रखने की सलाह दी गई है।

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