प्रतापगढ़ जनपद इन दिनों अपराधों की चपेट में है। लगातार हो रही चोरी और डकैती की घटनाओं से ग्रामीण दहशत में हैं। मंगलवार रात कोतवाली देहात क्षेत्र के महकनी गांव में घटित एक वारदात ने इस भय को और गहरा कर दिया। पांच अज्ञात डकैतों ने घर में घुसकर एक महिला को बंधक बना लिया और कीमती जेवरात व नकदी लूटकर फरार हो गए।
महिला को बनाया बंधक, चाकू से धमकाया
जानकारी के अनुसार, पीड़िता उषा देवी मंगलवार रात लगभग साढ़े दस बजे अपने कमरे में सो रही थीं। तभी घर के बाहर कुछ हलचल सुनाई दी। उन्होंने अपनी बेटी से पूछा, लेकिन उसने कहा कि कोई खतरा नहीं है। इसी दौरान पांच डकैत अचानक कमरे में घुस आए।
विरोध करने पर डकैतों ने उन्हें चाकू दिखाकर धमकाया। महिला के चिल्लाने पर बदमाशों ने उनका मुंह कपड़े से दबा दिया और हाथ-पैर कसकर बांध दिए। इसके बाद घर में रखे जेवरात और नकदी समेट ली। महिला की लाचारी का फायदा उठाकर बदमाश रात के अंधेरे में भाग निकले।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर जुटे और पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी।
ग्रामीणों में गहराया भय
महकनी गांव की यह वारदात कोई अलग-थलग घटना नहीं है। प्रतापगढ़ जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पिछले कई दिनों से चोरी और डकैती की खबरें लगातार आ रही हैं। लोगों का कहना है कि अपराधी गिरोह संगठित तरीके से वारदातें कर रहे हैं और पुलिस इन पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि हाल के दिनों में रहस्यमय ड्रोन उड़ने की सूचनाएँ भी मिल रही हैं। गांव के ऊपर रात में उड़ते इन ड्रोन को देखकर लोगों को संदेह है कि बदमाश पहले घरों की रेकी कर रहे हैं और फिर चोरी या डकैती को अंजाम देते हैं। इसके बावजूद पुलिस ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
लोगों का कहना है कि अपराध की घटनाओं ने नींद छीन ली है। ग्रामीणों को मजबूरी में पूरी रात जागकर पहरा देना पड़ रहा है। लेकिन जब तक पुलिस सक्रिय नहीं होती, तब तक अपराधियों का हौसला कम होने वाला नहीं।
पिछले तीन दिनों में कई वारदातें
महकनी गांव की घटना से पहले भी आसपास के इलाकों में लगातार चोरी की घटनाएँ हो रही हैं। बीते तीन दिनों में ही कई घरों को निशाना बनाया जा चुका है। दर्जनों परिवार अपनी संपत्ति और कीमती सामान खो चुके हैं।
लोगों का कहना है कि पुलिस हर बार घटनास्थल का मुआयना करती है, लेकिन वारदातों की गुत्थी सुलझा नहीं पाती। इसी वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
जनपद में बढ़ती आपराधिक गतिविधियाँ
प्रतापगढ़ जनपद हाल के महीनों में अपराध की दृष्टि से चर्चा में रहा है।
मोटरसाइकिल और स्कूटी चोरी के कई मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें पुलिस ने बड़े गिरोह का खुलासा किया था।
संग्रामगढ़ इलाके में बीते दिनों 20 से अधिक चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश हुआ, जिसमें चांदी, सोना और नकदी बरामद की गई।
ई-रिक्शा बैटरियों की चोरी का गिरोह भी सक्रिय मिला, जिनसे 18 बैटरियां बरामद की गई थीं।
ग्रामीण क्षेत्रों में मवेशियों की चोरी, खेतों से ट्रैक्टर-उपकरण गायब होना जैसी घटनाएँ भी आम हो गई हैं।
इन सबके बावजूद अपराधियों का दुस्साहस कम नहीं हुआ है।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
ग्रामीणों ने साफ कहा कि पुलिस केवल मूकदर्शक बनी हुई है। आए दिन घटनाओं के बावजूद न तो गश्त बढ़ाई जा रही है और न ही संदिग्धों पर ठोस कार्रवाई हो रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब तक अपराधियों को कड़ी सजा नहीं मिलेगी, तब तक घटनाएँ कम नहीं होंगी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनाओं की जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन लोगों का भरोसा अब कमजोर पड़ रहा है।
ग्रामीणों की मांग
रात में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
संदिग्ध ड्रोन की जांच कराई जाए।
गांवों में सीसीटीवी लगाने की व्यवस्था की जाए।
पहरेदारी और चौकीदार व्यवस्था को फिर से मजबूत किया जाए।
ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो वे खुद सड़क पर उतरकर विरोध करेंगे।
महकनी गांव की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रतापगढ़ में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंता का विषय है। महिला को बंधक बनाकर डकैती करना पुलिस की नाकामी को उजागर करता है। रहस्यमय ड्रोन, संगठित गिरोह और लगातार बढ़ते अपराध ने लोगों को भयभीत कर दिया है।
अब लोगों की निगाहें पुलिस और प्रशासन पर हैं कि वह कब तक केवल जांच का आश्वासन देती है और कब ठोस कार्रवाई कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो प्रतापगढ़ का नाम अपराधों की सूची में और ऊपर चला जाएगा।