प्रतापगढ़ जनपद का मानिकपुर थाना क्षेत्र मंगलवार रात दर्दनाक हादसे का गवाह बना। प्रयागराज-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित मीरगढ़वा चौराहे पर तेज रफ्तार से आ रही एक स्विफ्ट डिजायर कार ने देखते ही देखते छह लोगों को कुचल दिया। हादसा इतना भयावह था कि चौराहे पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही कई जिंदगियां बर्बाद हो गईं।
घटना रात करीब 8 बजकर 25 मिनट पर हुई। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उस वक्त लगभग 10-12 लोग चौराहे पर ठेले से भुट्टा खरीद रहे थे। कुछ लोग दुकान पर खड़े थे तो कुछ सड़क किनारे बातचीत में मशगूल थे। तभी प्रयागराज की दिशा से आ रही सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार अचानक बेकाबू हो गई और सीधे लोगों की भीड़ में जा घुसी।
कैसे हुआ हादसा – चश्मदीदों की जुबानी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार की रफ्तार करीब 100 किमी प्रति घंटा थी। सबसे पहले कार डिवाइडर से टकराई, उसके बाद उसने सड़क किनारे खड़े छह लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक व्यक्ति करीब 5 फीट हवा में उछलकर सड़क पर जा गिरा। इसके बाद कार रोड किनारे खड़ी एक पिकअप वैन से टकराई और उछलते हुए करीब 20 मीटर दूर स्थित दुकान में घुस गई।
उस वक्त चौराहे पर हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। महिलाएं और बच्चे चीखते-चिल्लाते हुए इधर-उधर भागने लगे। धूल और धुएं का गुबार छा गया। लोगों को समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है।
मौत और घायल होने वालों की सूची
इस हादसे ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं।
मृतक:
मधु प्रकाश (30) निवासी बुलाकीपुर, जनपद कौशांबी – मौके पर ही मौत।
झन्ने सरोज (45) निवासी मानिकपुर थाना क्षेत्र – रायबरेली एम्स में दम तोड़ा।
अरुण यादव (32) निवासी यादव पट्टी अंगद का पुरवा – रायबरेली एम्स में उपचार के दौरान मौत।
गंभीर रूप से घायल:
शिल्पी (19) निवासी प्रतापगढ़ – हालत नाजुक, रायबरेली एम्स में भर्ती।
शक्ति मिश्रा (21) निवासी चिनहट, लखनऊ।
दिशा साहनी (20) निवासी बाराबंकी।
घायलों को पहले सीएचसी कालाकांकर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मधु प्रकाश को मृत घोषित कर दिया। गंभीर हालत को देखते हुए अन्य घायलों को रायबरेली एम्स रेफर किया गया।
पिकअप पर बैठा खलासी भी उछला
हादसे का एक और डरावना दृश्य सामने आया। जिस पिकअप वैन से कार टकराई, उसकी छत पर बैठा खलासी जोरदार टक्कर से उछलकर लगभग 5 फीट नीचे सड़क पर आ गिरा। गनीमत यह रही कि उसे गंभीर चोट नहीं आई।
वहीं, हादसे से कुछ ही क्षण पहले डिवाइडर पार कर रहे दो युवक बाल-बाल बच गए। अगर वे कुछ सेकंड देर से सड़क पार कर रहे होते, तो शायद आज उनकी भी जान चली जाती।
CCTV फुटेज ने खोला सच्चाई का परदा
बुधवार सुबह इस दर्दनाक हादसे का CCTV फुटेज सामने आया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कार तेज रफ्तार में प्रयागराज से लखनऊ की दिशा में जा रही थी। अचानक कार का बैलेंस बिगड़ता है और वह सीधे सड़क किनारे खड़े लोगों को रौंद देती है।
वीडियो में नजर आता है कि जैसे ही कार डिवाइडर से टकराती है, लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगते हैं। लेकिन कुछ ही पलों में कार ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। फुटेज देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।
चालक की जान एयरबैग ने बचाई
हादसे में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। लेकिन कार में लगे एयरबैग खुल जाने से चालक की जान बच गई। पुलिस ने चालक को मौके पर ही हिरासत में ले लिया है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है कि आखिर हादसे की असली वजह क्या थी – लापरवाही, शराब के नशे में ड्राइविंग, या फिर तकनीकी खराबी।
गांव में मातम और आक्रोश
जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया, वहां कोहराम मचा हुआ है। कौशांबी जिले के बुलाकीपुर गांव में मधु प्रकाश के घर मातम छाया है। उनके छोटे-छोटे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इसी तरह मानिकपुर क्षेत्र में झन्ने सरोज की मौत की खबर से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऐसे तेज रफ्तार वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि दोबारा कोई मासूम इस तरह की लापरवाही का शिकार न बने।
स्थानीय लोगों का गुस्सा – “हाईवे बन गया मौत का रास्ता”
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर अक्सर वाहन तेज रफ्तार से दौड़ते हैं। चौराहों और कस्बों के पास पर्याप्त स्पीड ब्रेकर न होने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से गुहार लगाई गई कि चौराहों पर स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही मानिकपुर पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कार्य शुरू किया। घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने कार चालक को हिरासत में लेकर वाहन को जब्त कर लिया है।
एसपी प्रतापगढ़ ने कहा कि “हादसे की पूरी जांच की जा रही है। चालक से पूछताछ के बाद ही साफ होगा कि यह मानवीय लापरवाही थी या तकनीकी खराबी।”
लोगों की अपील – अब और मौतें नहीं
इस हादसे ने एक बार फिर प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक लापरवाह ड्राइवरों और तेज रफ्तार का शिकार आम लोग होते रहेंगे। स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने और हाईवे पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है।
मीरगढ़वा चौराहे पर हुआ यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सबक है कि तेज रफ्तार और लापरवाही कितनी जानलेवा हो सकती है। तीन परिवारों की खुशियां उजड़ गईं, जबकि तीन लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
CCTV फुटेज ने साफ दिखा दिया है कि महज कुछ सेकंड की लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस हादसे से सबक लेकर आगे क्या कदम उठाता है।