खेत बेचकर कार नहीं दिलवाने पर बेटे ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती

प्रतापगढ़। जनपद के रानीगंज थाना क्षेत्र के लच्छीपुर गांव में सोमवार रात एक ऐसी घटना हुई जिसने सभी को चौंका दिया। 24 वर्षीय युवक ने अपने पिता से एर्टिगा कार खरीदने के लिए खेत बेचने की जिद की। जब पिता ने मना कर दिया, तो गुस्से में उसने सल्फास खा लिया। युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका इलाज रानीगंज ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।

घटना का विवरण लच्छीपुर निवासी विनोद कुमार हरिजन का छोटा बेटा दुर्गेश हरिजन (24) सोमवार की रात करीब 9:30 बजे अपने पिता के पास आया और सड़क किनारे मौजूद खेत को बेचकर एर्टिगा कार खरीदने की जिद करने लगा। दुर्गेश का कहना था कि कार खरीदने से उसकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और वह गाड़ी से काम भी कर पाएगा।

पिता विनोद कुमार ने बेटे को समझाते हुए कहा कि यह जमीन ही उनके परिवार का एकमात्र सहारा है। इसे बेचने के बाद परिवार का गुजारा मुश्किल हो जाएगा। लेकिन बेटे ने जिद नहीं छोड़ी और मना करने पर गुस्से में आकर घर में रखा सल्फास खा लिया।

परिजनों में मचा हड़कंप

जहर खाते ही दुर्गेश की तबीयत बिगड़ने लगी। उसे उल्टियां होने लगीं और बेहोशी की हालत में पहुंच गया। परिजनों ने तुरंत उसे रानीगंज ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को नाजुक बताया। इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार, अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं।

पिता विनोद कुमार ने भावुक होकर कहा – “मेरे पास वही थोड़ी सी जमीन है। उसी को बेचने की जिद कर रहा था। मैंने मना किया तो नाराज होकर जहर खा लिया।”

गांव में चर्चा का विषय बनी घटना

घटना के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कई लोगों ने कहा कि युवाओं में बढ़ती महंगी गाड़ियों और विलासिता की चाह उन्हें गलत कदम उठाने के लिए प्रेरित कर रही है। वहीं कुछ का मानना है कि परिवार को समय रहते बेटे की सोच बदलने के प्रयास करने चाहिए थे।

इस घटना ने समाज में बढ़ती भौतिकवादी सोच पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां युवा महंगी गाड़ियों को प्रतिष्ठा का प्रतीक मान रहे हैं, वहीं परिवारों पर आर्थिक दबाव और तनाव भी बढ़ रहा है।फिलहाल, दुर्गेश का इलाज जारी है। डॉक्टरों ने परिजनों को उसकी स्थिति पर लगातार नजर रखने की सलाह दी है। ग्रामीणों ने भी परिवार को हिम्मत बंधाई और ऐसी घटनाओं से सबक लेने की बात कही।

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