ऑल्ट न्यूज़ के को-फॉउंडर मुहम्मद ज़ुबैर पिछले कई सालों से बीजेपी सरकार के निशाने पे थे और यह बात ख़ूब अच्छे से ज़ुबैर समेत हर कोई जानता है। आज नहीं कल उनकी गिरफ़्तारी होनी थी यह भी हर कोई जानता था। ज़ुबैर का जुर्म क्या है वो भी हर कोई जानता है। मुझे उम्मीद है उन लोगों के अंदर भी इतनी सोचने समझने की सलाहियत होगी जो लोग ज़ुबैर की गिरफ़्तारी की वजह उन नौजवानों को बता रहे हैं। जो नौजवान ज़ुबैर की मुहब्बत में उनके लिए तरह-तरह की वीडियो/पोस्ट बनाकर अपनी मुहब्बत का इज़हार कर रहे थे- या करते हैं। ज़ुबैर की गिरफ़्तारी की वजह उन न-उम्र लड़कों को बताने वाले दोस्तों वो ‘डिजिटल नाबालिग़’ नहीं हैं बल्कि आप ही अहमक़ हैं।

क्या आपको ऐसा लग रहा है कि अगर वो न-उम्र लड़के जो ज़ुबैर से अपनी मुहब्बत का इज़हार कर रहे थे। अगर वो ऐसा न करते/लिखते तो बीजेपी सरकार – ज़ुबैर जो कर रहे हैं उससे अंजान रहती? यहां फ़ेसबुक पे एक पोस्ट/कॉमेंट से मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी हो जाती है। आप उस ज़ुबैर के बारे में ऐसा सोच रहे हैं। जो रूलिंग पार्टी के खड़े पूरे एक फ़ेक सिस्टम से लड़ रहा था। इस मुल्क में फैल रही झूट, मक्कारी, नफ़रत, इस्लामोफोबिया के सामने दीवार बनकर खड़ा था। ज़ुबैर किसी नेता के निशाने पर नहीं हैं। बल्कि ज़ुबैर पूरी मोदी सरकार के निशाने पर बहुत पहले से थे। ज़ुबैर ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैग़म्बर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताख़ी के ख़िलाफ़ जो काम किया और जिसकी वजह से पूरी दुनिया में खलबली मची वो छोटी बात नहीं है। आपको पता है कुछ रोज़ क़ब्ल अजीत डोभाल ने अपने एक बयान में कहा था- ‘नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैग़म्बर मुहम्मद के ख़िलाफ़ की गई अभद्र टिप्पणी ने पूरी दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाई है’

नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल को लेकर जो किरकिरी पूरी दुनिया में बीजेपी (रूलिंग पार्टी) की हुई है। कोई छोटी बात नहीं है। यह बात याद रखिये दुनियाभर के ज़्यादहतर मुल्कों ने अपने ऑफिसियल बयान में बाक़ायदा ‘बीजेपी’ का नाम लिखकर इस पूरे मामले पे बयान जारी किया था। उसी किरकिरी का बदला बीजेपी सरकार ले रही है। तो अगर आप कुछ अच्छा लिख नहीं सकते हैं तो फ़िज़ूल में उन लड़कों को कोसना बंद कर दीजिए। अल्लाह – भाई ज़ुबैर को हिम्मत दे और हमारी मुश्किलात में आसानी फ़रमाये।

Credit by Shahnawaz Ansari ✍?✍?✍?

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