कन्नौज पिछले 10 दिनों से दिव्यांग पिता अपने बेटे की कब्र की रखवाली कर रहा है. मृतक के पिता का आरोप है कि स्कूल में उसके टीचरों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी, जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई.

जैसी ही यह खबर मीडिया में फैली पुलिस तुरंत एक्शन में आ गई. पुलिस ने आनन-फानन में बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखाया गया है कि बच्चे की मौत का कारण बिमारी है. जिसके बाद दिव्यांग पिता की मांग है कि बच्चे का पोस्टमार्टम दोबारा करवाया जाए और इसकी गुहार वो लगातार डीएम-एसपी से लगा रहा है.

दिव्यांग पिता ने कब्र की रखवाली करने का कारण बताया कि उन्हें डर है कि आरोपी पक्ष बच्चे की कब्र से छेड़छाड़ कर सकते है, इसकी कारण कोई न कोई चौबीसों घंटा कब्र की रखवाली करने के लिए कब्र के पास मौजूद रहता है.

दिव्यांग पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले महीने की 23 जुलाई को गांव के पास के ही एक इंटर कॉलेज में एडमिशन कराने गया था.वहीं पर किसी बच्चे ने दूसरे बच्चे के बैग में घड़ी डाल दी और उस घड़ी के चोरी होने का आरोप मृतक दिलशान पर लगा. मृतक के पिता ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि उसके बाद अध्यापकों ने दिलशान को एक कमरे में बंद करके खूब मारा और इस बात की जानकारी दिलशान ने खुद फोन करके दी थी.

मृतक के पिता ने कहा कि दिलशान फोन पर बोल रहा था कि मुझे बचा लो, मैंने तब अध्यापक से ये भी कहा था कि अगर उससे कुछ गलती हुई है, तो उसकी सजा मुझे दे दो और उसे जाने दो. लेकिन अध्यापक ने एक न सुनी, मृतक के पिता ने आगे बताया कि जब उसका बच्चा घर पहुंचा तो वो उल्टी कर रहा था. दिलशान के पेट में अंदरूनी चोट लगी थी, जिस कारण उसे उल्टी हो रही थी. मृतक के पिता ने आगे बताया कि दिलशान को कई जगह दिखाया गया पर उसे आराम नहीं मिला और अगले दिल दिलशान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

दिलशान के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले पुलिस ठीक नियत से काम नहीं कर रही है. जिस कारण उन्हें डर है कि सबूतों को मिटाने के लिए कब्र के साथ छेड़छाड़ हो सकती है और इसी वजह से कब्र की रखवाली करने को वो मजबूर है.

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