सब से बड़ा सवाल आखिर सरकारी दवाएं कहा से मिली झोलाछाप डॉक्टर के पास जिसे पैसा लेकर बेचता जांच होनी चाहिए या ठन्डे बस्ते में चली जाएगी अपनी राय दे हमे

सरकारी दवा से निजी दवाखाना चलाने, जांच टीम से मारपीट पर केस

प्रतापगढ़। जनपद के लीलापुर थाना क्षेत्र में स्थित रानीगंज अजगरा बाजार में क्लीनिक चलाने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर के पास से सरकारी दवाएं बरामद होने के बाद जांच करने गई टीम से मारपीट,जब वीडियो मोबाइल से बनाने लगे तो छीन लिए इस  पूरे मामले को गम्भीरता से लेते हुए

डिप्टी सीएमओ ने मुकदमा दर्ज कराया है। क्लीनिक संचालक के साथ ही अन्य लोग जो मारपीट किए सभी मारपीट करने, मोबाइल छीनने वाले साहिबआरोपी फरार हैं।

अजगरा बाजार में कई सालों से बहुत समय से अग्रहरि क्लीनिक नाम से एक क्लीनिक चलाने वाले क्षेत्र के ही पुतईपुर के रहने वाले  डॉ. बीएल अग्रहरि के क्लिनिक पर शिकायत मिली कि यहां मरीजों को सरकारी दवाएं दिए पैसा लेकर दिए जाते है जैसे ही इस मामले की जानकारी अधिकारियों को हुई  शिकायत मिलने के बाद रविवार को जांच टीम पहुंची थी जांच करने जहां मारपीट हो गई।

सीएमओ कार्यालय के नोडल अफसर उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश कुमार के नेतृत्व में पहुंची जांच टीम ने मरीजों को सरकारी सप्लाई की दवा देते और उनसे रुपये लेते पकड़ लिया था जिसका जांच टीम ने मोबाइल में वीडियो भी बनाया था क्लीनिक संचालक बीएल अग्रहरि जांच करने गई टीम को माकूल जवाब नहीं दे सके थे। जिसके बाद जांच करने कई टीम कार्यवाही करनी शुरू की थी।

जब जांच टीम दवाएं सीज करने लगी थी जब झोलाछाप ने धमकी दी यहां से बच के कैसे जाओगे आरोप है कि कुछ ही समय में एक स्कार्पियो से अजगरा के ही रहने वाले संजय सिंह, एक अन्य व्यक्ति के साथ पहुंच गए थे। उन्होंने सीज करने वाले सभी दस्तावेज फाड़कर फेंक दिया था। एक कर्मचारी को मारपीट कर उसका मोबाइल छीन लिया था।

डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश कुमार ने मंगलवार डॉ. बीएल अग्रहरि, मनोज सिंह और एक अज्ञात पर केस दर्ज कराया। हालांकि डॉ. बीएल अग्रहरि घटना के बाद से ही फरार हो गए थे।मुकदमा दर्ज होने के बाद मोबाइल मामले की जांच पड़ताल शुरू की आरोपियों को ढूंढने का प्रयास के रही पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू है

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