प्रतापगढ़ में सुबह से झमाझम बारिश, राहत के साथ मुसीबत भी लेकर आई गर्मी से मिली राहत, किसानों को सुकून—लेकिन शहर में जलभराव ने बढ़ाई परेशानी

प्रतापगढ़, 3 अगस्त — जनपद प्रतापगढ़ में रविवार सुबह लगभग 4:00 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले का मौसम बदल दिया है। जहां एक ओर यह बारिश तपती गर्मी से झुलसते लोगों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी ओर यह कई इलाकों में मुसीबत का सबब भी बन गई है।

लगातार हो रही बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आमजन को गर्मी से काफी राहत महसूस हो रही है। सड़कों पर बहती ठंडी हवा और भीगी धरती ने वातावरण को सुहाना बना दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों के किसान भी इस बारिश से बेहद प्रसन्न नजर आ रहे हैं। खरीफ की फसलों—खासकर धान, मक्का और उड़द—के लिए यह बारिश अमृत समान साबित हो रही है। लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरों पर अब मुस्कान लौट आई है।

लेकिन दूसरी ओर, यह बारिश कुछ लोगों के लिए आफ़त भी बनकर आई है। प्रतापगढ़ शहर के कई मोहल्लों में जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण गलियों और घरों में पानी भर गया है। बरसात के पानी से दुकानों, मकानों और सड़कों पर कीचड़ की स्थिति बन गई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

कुछ कच्चे और जर्जर मकानों की छतें टपक रही हैं और कई घरों में पानी घुस गया है। जिनके घरों में पक्की छत नहीं है, उन्हें इस बारिश में अपने परिवार और सामान की हिफाजत करने के लिए खासा मशक्कत करनी पड़ रही है। स्कूलों और दफ्तरों में भी कम उपस्थिति देखी जा रही है क्योंकि कई रास्तों पर पानी इतना भर गया है कि आवागमन बाधित हो गया है।

नगर पालिका और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों के लिए यह एक चेतावनी है कि समय रहते नालियों की सफाई और जल निकासी की योजनाओं पर गंभीरता से काम किया जाए, ताकि हर साल होने वाली इस आम बारिश से लोग परेशानी में न पड़ें।

कुल मिलाकर, प्रतापगढ़ में हो रही यह लगातार बारिश एक तरफ गर्मी से राहत और खेती के लिए वरदान है, तो दूसरी ओर अव्यवस्थित जल निकासी और कच्ची बस्तियों के लिए परेशानी और चुनौती बनकर सामने आई है। जरूरत है संतुलित और समुचित प्रबंधन की, ताकि मौसम की यह मेहरबानी हर किसी के लिए सुखद साबित हो सके।

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