कानून व्यवस्था के
चार साल में बदल गए सात एसपी
प्रतापगढ़। कानून व्यवस्था के नजरिए से चुनौतीपूर्ण माने जाने वाले बेल्हा में चार साल के भीतर सात एसपी बदल दिए गए। कई एसपी तो चार महीने में ही चले गए। इसमें सबसे लम्बा 13 महीने का कार्यकाल एसटीएफ से आए अभिषेक सिंह का रहा। अब एक बार फिर नए एसपी की तैनाती की गई है।
पांच जनवरी 2017 को रोहन पी. कनय जिले के एसपी बनाकर भेजे गए लेकिन विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनको 27 अप्रैल को हटा दिया गया। 28 अप्रैल 2017 को शगुन गौतम को जिले का कप्तान बनाया गया। चुनाव सम्पन्न कराने के बाद 11 महीने का कार्यकाल होने पर 18 मार्च 2018 को शगुन गौतम का यहां से ट्रांसफर हो गया। इसके बाद 19 अप्रैल 2018 को संतोष सिंह जिले के एसपी बने, लेकिन चार महीने में ही उन्हें यहां से हटा दिया गया। 16 जुलाई 2018 को संतोष सिंह का ट्रांसफर हो गया। 18 जुलाई 2018 को देवरंजन वर्मा जिले के एसपी बनाए गए। 28 नवम्बर 2018 को उनका भी तबादला कर दिया गया। 30 नवम्बर 2018 को एस. आनंद जिले के एसपी बनकर आए। उन्होंने आठ महीने तक काम किया। इसी दौरान एसटीएफ के तत्कालीन एसएसपी अभिषेक सिंह ने जिले में आकर चिलबिला पावर हाउस के पास एक लाख के इनामी रहे तौकीर का एनकांउटर किया। 16 जुलाई 2019 को एस. आनंद का तबादला कर उनकी जगह अभिषेक सिंह को जिले का एसपी बनाया गया।
अभिषेक पिछले चार सालों में सबसे अधिक 13 महीने तक जिले के एसपी रहे। 17 अगस्त 2020 को उनके तबादले के बाद अनुराग आर्य को जिले का एसपी बनाया गया। अनुराग आर्य ने पीड़ित से दुर्व्यवहार करने के आरोप में बाघराय थाने के दरोगा व सिपाहियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस घटना से वह काफी चर्चा में आ गए थे। मगर वह भी बेल्हा में ज्यादा दिन नहीं टिक सके। 5 जनवरी 2021 को अनुराग आर्य का भी तबादला कर दिया गया। अब शिवहरी मीणा को जिले में पुलिस अधीक्षक का पद सौंपा गया है।