लखनऊ। यूपी पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव में आरक्षण की स्थिति भी साफ हो गई है। पंचायती राजमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया है कि इस बार पंचायत चुनाव में आरक्षण रोटेशन के आधार पर होगा।अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों के चुनाव करा लिए जाएंगे। इसके लिए फरवरी में ही आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायतों के चुनाव अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक पूरे होंगे। जबकि आरक्षण चक्रानुपात में ही जारी किया जाएगा। रोटेशन प्रक्रिया से होने वाले आरक्षण से जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और गांव पंचायतों की करीब 70 फीसदी सीटों की मौजूदा स्थिति में बदलाव की संभावना है।
पंचायत की मतदाता सूची में अगर किसी को अपना नाम दर्ज कराना है या किसी तरह का संशोधन कराना है, तो उसके पास एक और मौका है। पंचायत चुनाव से पहले मतदाताओं को वोटर बनने का एक और अवसर मिल रहा है। सूची में किसी भी तरह के बदलाव या अपना नाम दर्ज कराने के लिए मतदाता को अपनी तहसील जाना होगा। राजधानी की पांचों तहसीलों में इसके लिए एक पटल बनाया जा रहा है। साथ ही आवेदन जमा करने के बाद ग्रामीण को पावती भी मिलेगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी विपिन कुमार मिश्र के अनुसार, तहसील में ऐसे लोगों के आवेदन लेने के लिए डेस्क बनाई गई है। यहां पर सहायक रजिस्ट्रार कानूनगो के पास निश्चित प्रारूप पर आवेदन करना होगा। अधिसूचना जारी होने तक आवेदन लिए जाएंगे। बीएलओ की जांच के बाद ही नाम जोड़ा हटाया या संशोधित किया जाएगा।