इस्तेखार अहमद की रिपोर्ट

आजादी के 75 साल बाद भी लकड़ी के पुल से बकुलाही नदी पार करने को विवश हैं गुलरा मेहदोरी खंडापार वाशी

कहने को तो रानीगंज विधानसभा में बहुत कुछ विकास हुआ है लेकिन आज भी पहाड़ पुर गजेंहडा और गुलरा,मेहदौरी के बीच बकुलाही नदी में लकड़ी का पुल है जिसे गांव वासी अपने पैसे और मेहनत से तय्यार करते हैं जिसमें हमारे वोट लेने वाले नेताओं का कोई मतलब नहीं होता है। आऐ दिन इस लकड़ी के पुल की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। गजेहड़ा में मदरसा होने से खंडा पार के बच्चे अपनी जान जोखिम में डाल कर इस लकड़ी के पुल से पार जाते है जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका परिजनों को लगी रहती हैं खंडापार गुलरा मेहदौरी गांव वासियों को मार्केट से खान पान के सामान लाने में काफी कढीनाइआं उठानी पड़ती हैं। पहाड़ पुर गजेंहडा की कब्रस्तान नदी के दूसरी तरफ होने की वजह से लोगों को कब्रस्तान जाने और जनाज़े को इस पार से उस पार ले जाने में बहुत कठिनाइयां होती हैं। इस पर किसी नेता का कभी ध्यान नहीं जाता।
इस बार पुल नहीं तो वोट नहीं।

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