अंधे ब्यक्ति को चश्मदीद गवाह बनाकर पेश करने से उत्तर प्रदेश की पुलिस की हो रही है,जमकर किरकिरी
उत्तर प्रदेश पुलिस सुधरने का नहीं ले रही नाम और आये दिन पुलिस पुलिस की कार्यशैली की वजह से विपक्षी दल योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में भी विपक्ष कानून व्यवस्था को एक बड़ा मुद्दा बनाकर चल रहा है
यूपी पुलिस महानिदेशक भी पुलिस कर्मियों को हिदायत दे चुके हैं। खबर है यूपी के मेरठ के जहाँ लिसाड़ी गेट थाने की पुलिस का एक नया कारनामा सामने आया है। लिसाड़ी गेट थाने की पुलिस ने एक नेत्रहीन व्यक्ति को चश्मदीद गवाह बना दिया। पुलिस ने बकायदा गवाह के बयान भी दर्ज करा दिए। मामले का खुलासा तब हुआ जब आरोपी ने मामले की शिकायत की।
इस मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर पुलिस की किरकिरी हो रही है। मेरठ के श्यामनगर में रहने वाले मीट कारोबारी आस मोहम्मद से उनके रिश्तेदार हाजी अंसार और अनवार ने साढ़े पांच करोड़ रुपए लिए थे, लेकिन वो मीट के कारोबार का काम नहीं करा सके। काम न कराए जाने पर आस मोहम्मद ने दिए गए पैसे वापस मांगे तो पैसे देने से मना कर दिया और बहानेबाजी करने लगे।
आस मोहम्मद ने बताया कि लगातार पैसे की मांग करने पर 26 नवंबर की शाम हाजी अनवर ने उसे पैसे के लिए बुलाया। इसके बाद प्लानिंग के तहत हाजी अंसार और अनवार ने जानलेवा हमला और अपहरण का प्रयास करने का आरोप लगाकर आस मोहम्मद के खिलाफ थाने में शिकायत कर दी। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए हाजी आस मोहम्मद समेत तीन को नामजद किया।पुलिस ने इस मामले में चश्मदीद गवाह के तौर पर अब्बास को आगे किया और उसकी गवाही दर्ज की। अपहरण और जानलेवा हमले के मामले में आरोपी हाजी अनवार ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाले उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिस अब्बास नाम के व्यक्ति का मामले में बयान दर्ज किया है, वो नेत्रहीन है, लेकिन पुलिस ने उसे चश्मदीद गवाह बताते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। पीड़ित ने अब्बास की वीडियो रिकार्डिंग और उसके नेत्रहीन का सर्टिफिकेट पुलिस अधिकारियों को दिया है। वहीं इस मामले पर सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि मामला जानकारी में आया है। छानबीन की जा रही है। तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई होगी।
ऐसी स्थिति में सवाल उठता है कि आखिर ऐसे कैसे सुधरेगी यूपी में कानून व्यवस्था..?
कभी सुधरेगी यूपी की इस तरह कार्य करने वाले पुलिस
खबर में अधिकांश जानकारी दूसरे संस्थान से भी ली गयी है…