नक्सलियों ने लॉक डाउन के दौरान बारसूर थाना क्षेत्र के पहुरनार में पुलिया निर्माण में लगी मिक्चर मशीन को आग के हवाले कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात इंद्रावती एरिया कमेटी के लीडर मल्लेस के साथ भारी संख्या में पहुचे वर्दीधारी नक्सलियों ने इस आगजनी की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद माओवादियों के द्वारा पहुरनार इलाके में भारी संख्या में जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाये गये है। इन बैनर पोस्टर में माओवादियों द्वारा माडिया समाज अध्यक्ष पद पर बैठे राम जी धुर्वा को गद्दार कहा है। और साथ ही रामजी पर आरोप लगाया कि वे आदिवासी समाज को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों में संलिप्त है। साथ ही कहा हैं कि इन्हें माडिया समाज के अध्यक्ष पद से हटाया जाये।
पूंजीपतियों की सरकार हैं और सरकार मजदूरों को धोखा दे रही है
अपने बैनर पोस्टरों मे माओवादियों ने लिखा है कि मजदूर और जनता शासन के धोखाधड़ी जैसे भ्रष्टाचार से लिप्त विकास कार्यों में अपनी भागीदारी ना निभाये और शासन का साथ न दे। और विकास के नाम पर बन रहे पुल-पुलिया एवम सड़क निर्माण कार्य को बंद कर दे। ये पूंजीपतियों की सरकार हैं और सरकार मजदूरों को धोखा दे रही है। और पूंजीवाद को बढ़ावा देते हुए यहाँ के आदिवासियों का हक मार रही है।
बैनर पोस्टरों के माध्यम से इनका विरोध करते हैं
इसके अतिरिक्त माओवादियों ने मजदूरों को काम न करने के लिये और आगामी घटनाओ से उन्हें दूर रहने की सलाह और चेतावनी बैनर पोस्टर के माध्यम से दी है। गौरतलब हैं कि इंद्रावती नदी पार के इलाको को मुख्यधारा से जोड़ने के लिये इंद्रावती नदी पर तीन पुलो का निर्माण हो रहा है। और इन पुलो के बनने से अबूझमाड़ के 40 गांवों नया जीवन मिलेगा वो भी शासन की मुख्य धारा से जुड़ जायेंगे। इसलिये माओवादी लगातार बैनर पोस्टरों के माध्यम से इनका विरोध करते हैं।
क्यों करते है नक्सली सड़क पुलिया निर्माण का बहिष्कार ?
अबूझमाड़ माओवादियों का बेस एरिया रहा है कही ना कहीं ग्रामीण इलाकों में विकास के बाद वो अपने बेस एरिया में ही कमजोर हो जायेंगे। इस लिये माओवादी पुल व सड़क निर्माण का विरोध करते हैं।और माओवादी टीसीओसी सप्ताह में बड़ी घटना कि तेयारी करते है।

इस्तेखार अहमद की रिपोर्ट

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