समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान को एमपी एमएलए कोर्ट से बहुत बड़ा झटका लगा है। रामपुर की एमपी-एमएलएल कोर्ट ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले के केस में आजम खान, पत्नी तंजीम फातिमा,बेटे अब्दुल्ला आजम को दोषी मिलने पर सभी को कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई है। तीनों लोगो को एमपी एमएलए कोर्ट से जेल भेज दिया गया।

आजम खान समाजवादी के सब से जिनियर नेता है वह समाजवादी पार्टी के स्थापना के समय पूर्व मुख्य मंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव के बहुत ही करीबी माना जाता था। समाजवादी पार्टी के सरकार में आज़म खान कैबिनेट मंत्री हुआ करते थे लेकिन सपा सरकार जाने के बाद से वह लगातार मौजूदा सरकार से एक के बाद एक झटके मिल रहे

जानकारी के लिए बता दे की आजम खान के बेटे अबुल्लाह आजम का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का याह मामला सन 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से संबंधित है। उस समय आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम जनपद रामपुर के स्वार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे। और बड़े अंतराल से वह चुनाव में जीत दर्ज की विधायक बन गए लेकिन अब्दुल्लाह आजम के विधायक बनने के बाद ही उनके खिलाफ हाई कोर्ट में केस दाखिल कर दिया गया उन पर आरोप लगाया गया कि अब्दुल्ला आजम ने चुनावी फार्म में जो उम्र बताई है, असल में उनकी उम्र उतनी नहीं है। उनकी उम्र कुछ और है लेकिन दूसरा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बना कर चुनाव में जीत दर्ज किया गया है इसी मामले के आज कोर्ट ने आजम खान उनकी पत्नी तंजीम फातिमा उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम खान को सात- सात की सजा सुनाया जिसके बाद वह दिनों लोग कोर्ट से ही जेल भेज दिए गए।

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