अस्पताल में काम करने वाली दलित युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हंगामा हॉस्पिटल कर्मचारी पर दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को लेकर सैकड़ों की तादाद में महिला पुरुष बच्चों के साथ शव को लेकर अस्पताल पहुंचकर शव रख किया हंगामा समझाने पहुंचे पुलिस को भीड़ की नाराज़गी का सामना करना पड़ा देखते ही देखते आक्रोशित भीड़ और पुलिस में निकझोक शुरू हो गई समझाने पहुंचे क्षेत्राधिकारी को ईंट से मारकर सर में घायल कर दिए वही आधा दर्ज पुलिस कर्मी के साथ कई पत्रकार भी घायल हो गए भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज कर भगाया  मौके पर भारी संख्या मे पुलिस बल के साथ पुलिस अधीक्षक मौजूद।

युवती के शव को ग्रामीण लेकर जानते अस्पताल
लाठीचार्ज के बाद मौके और पहुंचे सपा विधायक
हजारों की संख्या में युवती के परिजनों के साथ घर से निकल जाते दुर्गागंज बाजार
बवाल कर रहे लोगो को भगाती पुलिस

क्षेत्राधिकारी रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी समझा ही रहे थे वो कुछ समझ पाते उसके पहले ही भीड़ से एक युवक ने पूरा  बड़ा सा ईट सर पर मार दिया जिससे सर फट गया तभी एक पुलिस कर्मी ने बहस कर रहे युवक को लाठी मर दी जिसके बाद भीड़ आक्रोशित हो उठी

हालांकि घटनास्थल पर अभी भी तनाव बना हुआ है बवाल के शंका को देखते हुए कई थानों की फोर्स पीएससी की जवान मौके पर तैनात हैं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने अस्पताल के 5  कर्मचारी के खिलाफ दुष्कर्म कर हत्या करने के प्रयास का मुकदमा दर्ज करने की मांग पर बढ़ा विवाद 3 किमी पैदल चल कर सैकड़ों ग्रामीणों ने शव लेकर पहुंचे थे अस्पताल

दो बहनों ने में घर की अकेली थी कमाने वाले युवती

पूरा मामला । प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज थाना क्षेत्र के दुर्गागंज बाजार क्षेत्र के मुआर आधारगंज बंसी गांव की रहने वाली एक 22 वर्षीय युवती दुर्गागंज बाजार के सिंगाही रोड पर स्थित मां मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में पिछले 4 सालों से काम कर रही थी प्रतिदिन की तरह बृहस्पतिवार को भी वह शाम अपनी साइकिल से अस्पताल में ड्यूटी करने पहुंची थी लेकिन युवती का संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।

शिवबहादुर सरोज का कई वर्षों पहले मृत्यु हो चका है पत्नी विकलांग है उसको दो बेटी है बड़ी बेटी कोमल 22 वर्ष की तो छोटी 18 वर्ष की है पिता के मौत, माता विकलांग होने की वजह से घर में कोई कमाने वाला नहीं है जिसकी वजह से बड़ी बेटी 22 वर्षीय कोमल सरोज घर से लगभग 3 किमी की दूरी पर स्थित दुर्गागंज बाजार में मां मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में पिछले 4 साल से नौकरी कर घर का खर्च चला रही थी ।

मृतक युवती की दिव्यांग मां ने बताया कि गुरुवार 6:00 बजे उसकी बेटी घर से ड्यूटी के लिए निकली रात करीब 8:00 बजे उसके घर वाले मोबाइल पर फोन आया कि उसकी लड़की की तबीयत खराब है वह तत्काल अस्पताल आ जाए और उसके पड़ोस के रहने वाले एक युवक के साथ युवती  की दिव्यांग मां जब अस्पताल पहुंची तो अस्पताल गेट पर ही रोक दिया उसको उसकी बेटी से मिलने नहीं दिया गया थोड़ी देर बाद डॉ ने कहा आपकी बेटी की मौत हो चुकी है कारण पूछे जाने पर वहां पर मौजूद लोग सही जवाब नहीं दिए और नहीं अंदर बेटी से मिलने दिया गया इसके बाद दिव्यांग मां को घर भेज दिया वह घर लौट आई।

थोड़ी देर बाद आरोपी की अस्पताल के एंबुलेंस से युवती का शव लेकर उसके घर पहुंचे और सबको छोड़कर भागने लगे तो आसपास के लोगों ने मौत का कारण पूछने लगे तो वह हिला हवाली करने लगे इसके बाद लोगों ने उन्हें पकड़ लिया देखा तो युति के पीछे साइड का कपड़ा फटा हुआ था और उसके शरीर पर कई चोट के निशान भी थे जिससे लोग अनुमान लगाने लगे कि इसकी साथ दुष्कर्म हुआ है।

परिजनो के अनुसार रात में ही वह रानीगंज थाने पर पहुंचकर डॉक्टर सहित अस्पताल के छह कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दिया गया है अस्पताल के डॉ अमित पांडेय , सुनील कुमार, विद्यासागर, शाहबाज,मनोरमा देवी जो अस्पताल में दाई है। और अस्पताल संचालक के खिलाफ तहरीर दी लेकिन कार्यवाही नहीं हुई जिसके बाद मामला बढ़ा

सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को लेकर पुलिस के खिलाफ नारे बाजी करते अस्पताल पर करने लगे हमला

बंसी गांव से परिजनों के साथ मृतक के शव को लेकर लगभग हजारों की तादाद में महिला पुरुष बच्चों के साथ ग्रामीणों ने पैदल ही दुर्गागंज चौकी के पास से मां मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल पहुंचे अस्पताल में घुसने के प्रयास करने लगी तो पुलिस रोकने लगी जिससे आक्रोशित भीड़ उग्र होने लगी सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी परिजनों समझा ही रहे थे तभी किसी ने उनके ऊपर ईट से हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गए पुलिस ने लाठियां भांज कर आक्रोशित भीड़ को भगाया जिसमें भीड़ ने पत्थर बजी शुरू कर दी सीओ सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मियों के साथ पत्रकार भी हुए घायल

विधायक, सीओ,थाना अध्यक्ष में हुई तीखी बहस

ग्रामीण ग्रामीण पर लाठीचार की सूचना मिलते ही रानीगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक डॉक्टर आरके वर्मा मौके पर पहुंचे और एडिशनल एसपी दुर्गेश सिंह क्षेत्राधिकार रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी रानीगंज थाना प्रभारी आदित्य सिंह से लाठी चार्ज को लेकर तीखी बहस हुई

विधायक डॉ आर के वर्मा ने पुलिस से पूछा वह किन परिस्थितियों में ग्रामीणों पीड़ितों पर लाठी चार्ज किए किसके आदेश पर ऐसा हुआ क्या लाठी चार्ज के पहले उन लोगों को बताया गया था  अधिकारियों ने कहा लाठी चार्ज नहीं है हुई पहले भीड़ की तरफ से ईट मार कर सीओ को घायल कर दिया जिसके बाद अस्पताल पर हमला करने वाले थे उनके बाल प्रयोग से रोक गया है

मृतका युवती कोमल सरोज

पिता के मौत के बाद  दिव्यांग मां छोटी बहन का सहारा थी

पिता की मौत के बाद बड़ी बेटी कमल सरोज दिव्यांग मां हीरावती सरोज और छोटी बहन के लिए सहारा की थी घर से 3 किलोमीटर दूर पूरी रात नौकरी कर घर का घर चला रही थी मां दिव्यांग होने की वजह से चल नहीं पाती जिससे वह मजदूरी भी नहीं कर सकती घर में कोई और कमाने वाला नहीं बड़ी बेटी दिन में घर का काम करती रात में घर का खर्च निकालने के लिए अस्पताल में नौकरी करने लगी थी जिससे अपनी छोटी बहन को बढ़ा लिखा डेक मौत के बाद छोटी बहन और मां का रो रो कर बुरा हाल

मां मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के बाहर युवती का शव रख कार्रवाई की मांग करते परिजन
इसी अस्पताल में काम करती थी युवती
सपा विधायक डॉक्टर आरके वर्मा पुलिस अधीक्षक से बात करते हुए

रानीगंज विधायक ने कहा दोषियों और सख्त कार्यवाही  हो

रानीगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक डॉक्टर आरके वर्मा ने बेटी के शरीर पर कई चोट के निशान है बेटी के कपड़े। फटे हुए थे हॉस्पिटल के लोगों ने पूछा गया तो कोई सही जानकारी नहीं दिए जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो उठे शव को लेकर हॉस्पिटल के पास आए और जिसके बाद कुछ  अराजकतत्वों ने पुलिस टीम और पत्थर मार कर माहौल और खराब किया जिसमें पुलिस कर्मियों के साथ पत्रकार और ग्रामीण भी घायल हो गए जो की ऐसा नहीं होना चाहिए था। जिलाधिकारी से बात हुई है डॉक्टर का पैनल वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम करेगा यदि कोई दोषी है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी मेरी संवेदना परिवार के साथ हैं।

पुलिस बल कम होने की वजह से हो सकती थी बड़ी घटना

सूत्रों की माने तो बवाल को बढ़ाया गया है जब की ग्रामीणों द्वारा शांति से धरना प्रदर्शन करने का पालन तैयार थी लेकिन अचानक भीड़ बढ़ी हजारों की संख्या में और उग्र हो उठी और पत्थर बजी शुरू हो गई जिस के बाद पुलिस ने भी लाठियां भांजना शुरू कर दिया 10 मिनट तक पत्थर के आवाज सुनाई दे रहे थे घायल सीओ को पत्रकारो ने गमछे से बांध ले गए अस्पताल

थोड़ी देर में दुर्गागंज बाजार छावनी में तब्दील

क्षेत्राधिकार रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी, उपनिरीक्षक गिरजा प्रसाद सिंह, कांस्टेबल मनोज कुमार,कई अन्य पुलिस  कर्मी के साथ पत्रकारों के घायल होने की सूचना के बाद जनपद के कई थानों की फोर्स पीएससी बल के साथ एडिशन एसपी पहुंचे थोड़ी देर में पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ आए घटना स्थल का मुआयना किया

पुलिस अधीक्षक ने मृतका की मां उसकी छोटी बहन स मिलकर की बात परिजन सहमत हुए गए घर

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और सभी को दूर हटकर मित्र का की मां हीरावती से आ के बात किए पूरे घटना की जानकारों कोमल की मां से लिए उनके आंसू पूछने का काम किए आश्वस्त किया पुलिस आप के साथ है बेटी के साथ यदि कोई कुछ घटना किया हो तो चाहे जो भी होगा बक्शा नहीं जाएगा कठोर कार्यवाही की जाएगी मृतका की मां को कुर्सी पर बैठा खुद तख्त पर बैठ मां बेटे की तरह लगभग 30 मिनट तक बाद करते थे बाद में पुलिस वाहन से लड़की की मां और बहन को घर भेजवाया

मृतका की मां ने एसपी की बातों तो हुई सन्तुष्ट

घर जाने के दौरान युवती की मां ने कहा कि जो साहब आए थे वह बहुत अच्छे थे वह कहे वह कोमल हमारी भी बेटी थी जो भी उसके साथ गलत किया होगा उसके साथ वैसे ही गलत किया जाएगा वह हमारे साथ हैं हम उनकी बात मानकर घर जा रहे हैं युवती  के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया

पुलिस बवाल के मास्टरमाइंड को तलाश जो भीड़ को उग्र किया

पुलिस सूत्रों की माने तो हजारों की संख्या में अचानक आई भीड़ खुद से नहीं आई हुई थी इसे फ्री प्लान माहौल खराब करने के लिए कोई मास्टरमाइंड प्लेन के तहत बवाल करने के लिए भेजा था अब पुलिस को ऐसे मास्टरमाइंड की तलाश है जो आग में घी डालने का काम किया

Facebook Comments